भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। जिनकें जिम्मे सुरक्षा की जिम्मेदारी वही भक्षक बन बैठे, दरअसल मामला ही कुछ ऐसा है, राजधानी में बजरिया पुलिस ने सूदखोरी करने वाले जीआरपी के हेड कांस्टेबल समेत करीब आधा दर्जन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। आरोपितों ने रेलवे कर्मचारी को जितनी रकम ब्याज पर दी थी, उससे ज्यादा वे वसूल चुके थे। इसके बावजूद वह रेलकर्मी से और पैसों की डिमांड कर रहे थे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। सूदखोरों की प्रताड़ना के मामले लगातार सामने आ रहे है, जबकि भोपाल के पिपलानी इलाके में 25 नवंबर को आटो पार्टस व्यापारी संजीव जोशी के परिवार के पांच सदस्यों के खुदकुशी के बाद भी इन सूदखोरों का दुस्साहस कम नहीं हो रहा है।
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द्वारिका नगर के रहने वाले योगेंद्र मौर्य रेलवे में क्लर्क है। उन्होंने जीआरपी में पदस्थ हवलदार केदार शिवहरे से करीब सवा लाख रुपए दस प्रतिशत ब्याज पर लिए थे। योगेंद्र का कहना है कि वह पूरी रकम चुकता कर चुके हैं। इसके बावजूद लगातार उस पर पैसे देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसके अलावा विक्रम कुशवाहा, राजा कुचबंदिया, कमल उर्फ गुड्डू और कल्लू कुचबंदिया से भी करीब ढाई लाख रुपए ब्याज लिए थे। ये लोग भी रेलकर्मी पर अधिक पैसे का दबाव बना रहे थे। उसकी करतूतों से परेशान होकर रेलवेकर्मी ने थाना पुलिस को लिखित में आरोपियों के खिलाफ शिकायत कर दी। जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों पर मामला दर्ज किया। ब्याज देने वाले आरोपित और फरियादी पहले से आपस में परिचित हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।