Youth Congress President Mitendra Yadav wrote a letter to CM Mohan Yadav : यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मितेंद्र यादव ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होने अनुरोध किया है कि सरकार का सांची दूध के दाम बढ़ाए जाने का विचार ही अमानवीय हैं। मेरे विचार से वर्तमान में जो दूध के दाम हैं उनमें भी कटौती कर मध्यप्रदेश के नागरिकों और अबोध बालक जिन्हें इसकी सर्वाधिक आवश्यकता होती है, उन्हें राहत दें।
यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मितेंद्र यादव द्वारा लिखा गया पत्र
अपने पत्र में यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मितेंद्र यादव ने पत्र में लिखा है कि जैसा कि ज्ञात हुआ है कि आपके नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश में सहकारी दूध के मूल्य में बढ़ोत्तरी किए जाने पर विचार कर ही है। अगर राज्य में सहकारी दूध के दाम बढ़ाए जाते हैं तो मूलतः सांची दुग्ध संघ द्वारा उत्पादित सभी वस्तुओं की कीमतों में भी इजाफा होगा।
मुख्यमंत्री प्रदेश के बहुत लोग आपको ग्वाला पुत्र के रूप में जानते हैं, साथ ही मध्यप्रदेश पहले से ही कुपोषित राज्य की श्रेणी में आता है। प्रदेश की परिस्थिति भी अन्य प्रदेशों से भिन्न है।
मध्यप्रदेश के आम लोग पहले से मंहगाई की मार झेल रहे हैं। प्रदेश में पहले से ही दूध के दाम अधिक हैं। जैसे-तैसे लोग दूध खरीदकर सुबह-शाम की चाय पी-पाते हैं। माताएं ब-मुश्किल अपने दुधमुँह बच्चे को दूध पिला पाती हैं। ना जाने कितने बच्चों की पोषण आहार के रूप में मिलने वाले दूध के ना मिलने से शिशु अवस्था में ही उनका जीवन समाप्त हो जाता है।
आपको भी स्मरण होगा कि विधानसभा चुनाव 2023 में आपकी ही पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने अपने जारी संकल्प पत्र में कहा था कि मध्यप्रदेश के प्रत्येक गांव में दूध खरीदी केन्द्र खोले जाएंगे, क्या कारण है कि आज तक म.प्र. के किसी एक गांव में दूध खरीदी केन्द्र नहीं खोला गया है?
महोदय, अभी तो लोकसभा के चुनाव परिणाम भी नहीं आए हैं, उसके पहले ही आपके नेतृत्व वाली प्रदेश की सरकार जनता को लूटने के प्रयास में जुट गई है, क्या हम मान लें कि चुनाव के दौरान आपने प्रदेश की जनता से जो-जो भी वायदे किए हैं वह सब झुठें हैं? क्योंकि इसके पहले भी प्रदेश में 450 रू. का रसोई गैस सिलेण्डर, हर महिला को प्रत्येक माह 3000 और एमएसपी, पर अनाज खरीदी का वायदा किया था जो पूरा नहीं हुआ है। इसलिए भी मन में शंका उखना स्वाभाविक है। महोदय, आपको दूध की मूल्य वृद्धि पर नहीं सरकार के द्वारा किए गए स्वयं के वायदे पर विचार करना चाहिए।
मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस की ओर से हम आपसे अनुरोध करते हैं कि मध्यप्रदेश के परिवेश और परिस्थितियों को देखते हुए राज्य में सहकारी दुग्ध संघ के दूध के मूल्यों में बढ़ोत्तरी का विचार जो सरकार द्वारा किया जा रहा है वह मानवीय नहीं हैं। मेरे विचार से वर्तमान में जो दूध के दाम हैं उनमें भी कटौती कर मध्यप्रदेश के नागरिकों और अबोध बालक जिन्हें इसकी सर्वाधिक आवश्यकता होती है, उन्हें राहत दें। उम्मीद है आप मेरे इस अनुगृह को अवश्य स्वीकार कर अपनी ओर से मानवता का प्रदर्शन करेंगे।
MP में अमूल दूध ₹2 रुपए हुआ महंगा
अमूल ने हाल में ही दूध के दामों को 2 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ा दिया है। नई दरें 3 जून से प्रभावी हो जाएंगी। अमूल का 64 रुपए लीटर मिलने वाला दूध 66 रुपए हो चुका है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश के सांची दूध को अमूल अगर टेकओवर करता है तो हो सकता है मध्यप्रदेश में भी सांची दूध के दाम और भी बढ़ सकते हैं। मिल्क प्रोड्यूसर किसानों और पशुपालकों को फायदा पहुंचाने के लिए अमूल-सांची को मर्ज किया जा रहा है। जिससे एमपी के पशुपालकों की आय में बढ़ोत्तरी होगी।