Regional Development Plan: इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) ने बुधवार को हुई बोर्ड बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय को मंजूरी दी है, जिसके परिणामस्वरूप इंदौर, उज्जैन, और देवास को मिलकर रीजनल डेवलपमेंट प्लान तैयार करने का मौका मिलेगा। इस प्लान के तहत, इन तीनों शहरों की संयुक्त योजना बनाई जाएगी, जिससे क्षेत्र का समृद्धि और विकास हो सकेगा। वहीं इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
महू नाका ब्रिज का नया आयाम:
महू नाका ब्रिज की चर्चा में, आईडीए ने ब्रिज की कुल लागत को 81 करोड़ रुपए तय किया है। इसके अलावा, ब्रिज की सड़क की चौड़ाई को बढ़ाकर 45 मीटर किया जाएगा, ताकि वहां होने वाले यातायात को सुरक्षित बनाया जा सके। इस ब्रिज का केबल कार के लिए सर्वे का भी आयोजन होगा, जिससे इसका उपयोग नए और सुरक्षित यात्रा के लिए किया जा सकेगा।
जानकारी के अनुसार इस बैठक में मरीमाता, बड़ा गणपति चौराहे पर फ्लायओवर की प्रक्रिया की भी चर्चा की गई जिसके तहत जल्द काम शुरू करने का निर्णय लिया गया। साथ ही बाणेश्वरी कुंड को विकसित करने पर भी इस बोर्ड बैठक में 12 करोड़ 43 लाख रुपए खर्च करने की मंजूरी प्रदान की गई।
रीजनल डेवलपमेंट प्लान की शुरुआत:
रीजनल डेवलपमेंट का यह प्रस्ताव न केवल इंदौर को बल्कि पूरे क्षेत्र को एक बेहतर और विकसित दिशा में बढ़ने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें शामिल होने वाले तीनों शहरों की योजना बनाने के लिए आईडीए, टीएंडसीपी, और नगर निगम के इंजीनियरों का गहरा विचार किया जाएगा।
बोर्ड के इस निर्णय से इंदौर, उज्जैन, देवास तीनों ही शहरों को मिलकर विकास की नई दिशा मिलेगी। यह निर्णय न केवल इन शहरों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक मिलकर बढ़ते हुए भारत के विकास की एक प्रेरणास्त्रोत हो सकता है।