बुरहानपुर।शेख रईस|
बुरहानपुर जिले में मिनी व्यापम शिक्षक घोटाले में खुलासा के बाद 5 लोगो पर एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस कप्तान पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएसपी अनिल जैन के नेतृत्व एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है जो इस घटनाक्रम कर्म के सभी पहलुओं पर विस्तार से जांच करेगा।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कोतवाली साथ साथ अन्य थानों में इस घटनाक्रम का गठित हुआ है इसलिए अन्य थानों के भी जवानों को इस दल में शामिल किया गया है।
15 वर्ष पहले हुए संविदा शिक्षकों की नियुक्ति में में फर्जी तरीके से भर्ती हुए शिक्षको की जांच में रोज नये नये ख़ुलासे हो रहे है। इस पूरे मामले में मुख्यकार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत शेलेंद्र सिंह द्वारा स्वयं जांच की जा रही है मंगलवार को घोटाले से जुड़ी 3 महिला शिक्षकों द्वारा वेतन पेठे रू. 6 लाख रुपये की राशि शासन को लौटाई गई।
वही मामले की जांच को लेकर गुरुवार को ceo जिला पंचायत के निर्देश पर गए जांच दल को बैंरग लौटना पड़ा जांच टीम उस वक्त हैरान रह गई जब उन्हें 2009 से 2014 तक नियुक्त शिक्षकों का कम्प्यूटर डाटा नही मिला।
इस शिक्षक भर्ती घोटाले में करीब 100 शिक्षकों को नोटीस जारी किया गया था और जनपद सीईओ ,जिला शिक्षा अधिकारी और विकासखंड शिक्षा अधिकारी तथा जिला पंचायत समंवयक का दल बनाकर दस्तावेजों की जांच की गई, हालांकि इन दस्तावेजों की जांच के लिए व्यापम में भेज कर रिपोर्ट भी बुलाई गई हैं, कई दस्तावेजों में तो 4 महिने से लेकर 8 साल बाद तक ज्वाईनिंग कराई गई हैं अब नियुक्ति पत्र की जांच करने वाले स्कूल प्राचार्य भी अब संदेह के घेरे में हैं।