सतना जिले के मैहर के नादान इलाके में एक भयानक सड़क दुर्घटना घटने की जानकारी सामने आई है। जानकारी के अनुसार इस सड़क हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई और 24 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक हादसा तब हुआ जब प्रयागराज से नागपुर की ओर जा रही एक लग्जरी स्लीपर बस तेज गति से खड़े डंपर से जा टकराई।
दरअसल हादसा इतना भयानक था कि, बस का आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं इस हादसे के चलते पूरे घटनास्थल पर हाहाकार मच गया, और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
कैसे हुआ यह सड़क हादसा?
जानकारी के अनुसार यह भयानक दुर्घटना आधी रात के दरमियान की बताई जा रही है। दरअसल आभा ट्रेवल्स की बस, जो प्रयागराज से नागपुर की ओर जा रही थी, सतना जिले के मैहर के नादान क्षेत्र से गुजर रही थी। जानकारी के मुताबिक इस बस में 45 यात्री सवार थे, जो रात का समय होने के कारण गहरी नींद में थे। वहीं अचानक, बस सड़क के किनारे खड़े एक पत्थरों से भरे डंपर से जा टकराई।
दरअसल टक्कर इतनी भीषण थी कि बस के आगे का हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया और यात्री बस के अंदर फंस गए। वहीं इस टक्कर के बाद पूरी बस में अफरा-तफरी मच गई। कई यात्री बुरी तरह से फंसे हुए थे, जिन्हें निकालने के लिए राहतकर्मियों को गैस कटर का सहारा लेना पड़ा।
बढ़ सकता है मृतकों का आंकड़ा
दरअसल इसके हादसे के बाद तुरंत ही राहत और बचाव कार्य की शुरुआत स्थानीय लोगों द्वारा की गई वहीं हादसे की जानकारी पुलिस और एंबुलेंस को दी गई। वहीं पुलिस और स्थानीय निवासियों की मदद से घायलों को अमरपाटन, मैहर और सतना के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार इस भयानक हादसे में 6 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। इसके साथ ही अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि कई घायलों की स्थिति नाजुक बताई जा रही है।
हादसे की वजह?
वहीं इस सड़क हादसे को लेकर लोगों में भी गहरा आक्रोश है। दरअसल उनका आरोप है कि रीवा-मैहर हाईवे पर लगातार इस तरह की दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है। लोगों का कहना है, कि इस इलाके में यातायात नियमों का लगातार उल्लंघन होता है और सड़क किनारे अव्यवस्थित तरीके से खड़े भारी वाहन अक्सर गंभीर हादसों का कारण बनते हैं, लेकिन इन पर कोई सख्ती नहीं की जाती है।