Chhatarpur News : 10 हजार रूपए लेते पटवारी का वीडियो वायरल, तहसीलदार ने जाँच के दिए आदेश

किसान ने कर्जा लेकर पैसे उधार लिए और पटवारी को देते समय उसका वीडियो बना लिया। जिसके बाद यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

Amit Sengar
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Chhatarpur News : मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में इन दिनों रिश्वत का खेल चरम सीमा पर है। प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी बिना रिश्वत के कोई काम नहीं करते है। ऐसा ही एक मामला जिले की जनपद पंचायत नौगांव अंतर्गत महाराजपुर तहसील के माटोधाबेसन हल्का के पटवारी का बातचीत और रिश्वत लेते हुए वीडियो सामने आया है। विगत दिनों किसान ने नामांतरण के लिए महराजपुर तहसील में आवेदन दिया था। इसके बाद पटवारी ने 10 हजार की रिश्वत मांगी थी। जिसके बाद किसान ने पटवारी को कुछ पैसे दे दिए थे, लेकिन पूरे पैसे न मिलने के कारण पटवारी ने किसान की काम नही कर रहा था। परेशान होकर किसान ने कर्जा लेकर पैसे उधार लिए और पटवारी को देते समय उसका वीडियो बना लिया। जिसके बाद यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

क्या है पूरा मामला

मिली जानकारी के अनुसार, शत्रुघ्न पिता चंद्रभान पटेल निवासी ग्राम दीवानजू का पुरवा का रहने वाला है। खेती का काम करता है। विगत दिनों पहले उसने महराजपुर तहसील से जमीन का दाखिल खारिज कराने के लिए आवेदन दिया था। जिसकी जानकारी लगते ही पटवारी संतोष साहू ने किसान शत्रुघ्न पटेल से काम के बदले 10 हजार रुपये देने की बात की, गरीबी से परेशान किसान ने पटवारी को 2 हजार 5 सौ रुपये दिए और एक बार 1 हजार रुपये दिए। लेकिन जब एक माह बाद भी काम नही किया गया तो फिर से किसान ने पटवारी से बात की जिसके बाद पटवारी ने बकाया 6 हजार 5 सौ रुपये की मांग की, तब किसान ने पैसे न होने की बात कही, लेकिन पटवारी ने कहा बिना पैसे का काम नही हो सकता क्योंकि हमको भी ऊपर तक भेजना पड़ता है। जिसके बाद किसान ने साहूकार से 6 हजार पांच सौ रुपये ब्याज पर उधर लिए और तहसील महराजपुर लेकर पंहुचा। जहाँ पर तहसील के अंदर एक फ़ोटो कॉपी की दुकान पर पटवारी ने किसान को बुलाया और पटवारी ने रुपये ले लिए, जिसका किसान ने मोबाइल से वीडियो बना लिया। जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल कर दिया है।

किसान ने कर्जा लेकर दिए थे पटवारी को पैसे

किसान ने बताया कि उसको अपने पिता चन्द्रभान के नाम जमीन का नामांतरण करवाना था। जिसके लिए उसने कुछ समय पहले महाराजपुर तहसील में आवेदन दिया था। इसके बाद पटवारी ने काम करने के एवज में 10 हजार की रिश्वत मांगी थी। जिसके उसके पास पैसे ना होने के कारण उसका काम नहीं किया जा रहा था। तब उसने साहूकार से पैसे उधार उठाये और पटवारी को दिए जिसका उसने वीडियो बना लिया था।

तहसीलदार ने जाँच के दिए आदेश

तहसीलदार महराजपुर अनिल तलैया ने बताया कि इस मामले में मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई है मुझे आपके माध्यम से इसकी जानकारी लगी है। मैं वीडियो के आधार पर जांच कराऊंगा और जांच में जो दोषी पाया जाएगा, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी।

छतरपुर से सुबोध त्रिपाठी की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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