छिंदवाड़ा, विनय जोशी। छिंदवाड़ा की परासिया पुलिस वर्ष 2013 से जिस लापता बालक को तलाश रही थी, उसका शव कब्र में दफन मिला। 4 दिसंबर 2013 को 16 वर्षीय बालक एक खेत में लगे आम के पेड़ पर फैले करंट की चपेट में आ गया था। करंट से मृत बालक को खेत मालिक ने गड्ढा खोदकर दफना दिया था। घटना के वक्त बालक के साथ एक दोस्त भी था। जिसने दहशत में अभी तक किसी को कुछ नहीं बताया था। उमरेठ पुलिस ने उसके दोस्त से सख्ती से पूछताछ कर आठ साल पूर्व हुए अपराध का खुलासा करते हुए बताया कि दबक निवासी बलमत यादव के परिजनों ने थाने में शिकायत की थी।
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पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि दबक निवासी बलमत यादव का 16 वर्षीय पुत्र संतोष 4 जुलाई 2013 को अचानक लापता हो गया था। 15 जुलाई 2013 को उसके परिजनों ने थाने में शिकायत की थी तभी से बालक की तलाश की जा रही थी। पिछले दिनों पुलिस ने गुमशुदा संतोष यादव के दोस्त पाथरपुंजी निवासी प्रदीप यादव से पूछताछ की। प्रदीप पहले पुलिस को गुमराह करता रहा की लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की तो सच सामने आया की रामदास यादव के खेत में लगे आम के पेड़ से आम तोड़ने गए थे। संतोष पेड़ पर फैले करंट की चपेट आ गया था। उसने घटना की दहशत से अभी तक किसी को कुछ नहीं बताया था। खेत मालिक रामदास ने पूछताछ में कबूल किया कि करंट लगने से संतोष की मौत हो गई थी। पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए उसने नदी के नजदीक गड्ढा खोदकर शव दफना दिया था।
खेत मालिक रामदास की निशानदेही पर पुलिस टीम ने प्रशासनिक मंजूरी के बाद कोकट नदी के समीप गड्ढा खुदवाया। जहां बालक का कंकाल मिला है। पुलिस ने मृतक का कंकाल जब्त किया है। पुलिस ने रामदास पिता सजन यादव के खिलाफ धारा 306, 201 के तह मामला दर्ज किया है। आठ साल से संतोष का इंतजार कर रही बहन और परिजनों को इस बात पर यकीन ही नहीं हो पा रहा है कि उनका बेटा अब कभी नहीं आएगा। संतोष से दो साल छोटी बहन संतोषी को हर साल रक्षाबंधन पर भाई का बेसब्री से इंतजार रहता था। राखी के दो दिन पूर्व भाई की मौत की खबर से बहन सदमे में है। पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है।