छिंदवाड़ा, विनय जोशी। देश में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा 26 मई को पूरे देश में तीन काले कृषि कानूनों को तत्काल रद्द करने की मांग को लेकर “काला दिवस” मनाया। इसी के साथ वेज कोड बिल, श्रम कानूनों में बदलाव वापस लेने, कोरोना काल में रोजगार छीनने, बेतहाशा मंहगाई बढ़ने, गरीबों को मुफ्त राशन देने सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर केन्द्र तथा राज्य सरकार को मजदूर-किसान विरोधी तमाम नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की गई।
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वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड के कन्हान पेंच क्षेत्र में कायर्रत ट्रेड यूनियनों ने भी बुधवार को काला दिवस मनाया और कोल खदानों में जाकर नारे लगाए।। कोल माईंस मजदूर यूनियन सीटू ने शहीद भवन गुढी़-अंबाडा़ एवं नेहरीया, मोआरी खदान पर भी विरोध जताया और नारेबाजी की। इस मौके पर इन्होने केंद्र सरकार व राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार किसान मजदूर और गरीबों का शोषण कर रही है। वह सिर्फ उद्योगपतियों की सरकार है। उन्हीं के फायदे के लिए काम कर रही है। इस विरोध प्रदर्शन में कन्हान पेंच अध्यक्ष अमरनाथ सिंह, महासचिव मीरहसन, सचिव अशोक भारती, संतोष साहू, वरिष्ठ सचिव मार्कण्डेय मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष मो.अनवर, कार्यालय सचिव नितिन साहनी, शाखाओं के पदाधिकारियों में दीपक गुप्ता, लियाकत अली, कपिल देव, मोमिन अंसारी, गया लाल सहित कई अन्य सदस्य उपस्थित रहे।