छिंदवाड़ा, विनय जोशी। छिंदवाड़ा (Chhindwara) के परासिया विधानसभा (Parasia Assembly) में वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (Western Coalfields Limited) यानि वेकोलि की जमीन में अतिक्रमण कर निवासरत लोगो को लेकर इन दिनों जम कर राजनीति हो रही है कांग्रेस (Congress) और भाजपा ( BJP) एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है, वहीं दोनो ही पार्टी हवा में लठ चला रहे है कि पेंच महाप्रबंधन ने परासिया एसडीएम को अतिक्रमण हटाने को लेकर प्रशासनिक सहयोग मांगा है खास बात तो यह कि ऐसा कोई भी लेटर पेंच महाप्रबंधन की और से जारी ही नही हुआ है ।
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आज ये कहाबत चरितार्थ हो गई कि “कौऐ ने कान ले गया किसी ने कान तो नहीं देखा और कौए के लिए दौड़ गए” ऐसा ही नजारा परासिया ब्लाक में जमकर चल रहा है । ये बात सही है कि एक बहुत बड़ा भाग (W.C.L.) वे.को.लि. का है। परासिया विधायक सोहन लाल वाल्मीक का कहना है कि जहां कुछ स्थानों पर कोयला खान संचालित है तथा बहुत से ऐसे भी स्थान है, जहां कई वर्षों से कोयला खदाने बन्द हो चुकी है। जहां ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र वे.को.लि. की लीज भूमि में निवास कर रहे हजारों आमजनों को इन भूमि से हटाने व बेदखल करने की बात तो हवा में चली उस को लेकर ब्लाक कांग्रेस कमेटी और विधायक ने मिलकर एसडीएम के साथ पेंच महाप्रबंधक को ज्ञापन दिया। इतना ही नहीं इसके पूर्व नुक्कड़ सभा भी की।
वहीं परासिया एसडीएम मनोज प्रजापति द्वारा बताया गया की ऐसा कोई भी पत्र महाप्रबंधक कार्यलय से नहीं आया है। वेकोलि अपनी लीज की जमीन का सर्वे कर रही है । इधर, वेकोलि महाप्रबंधक निर्मल कुमार ने आंदोलनकारियों को जानकारी दी कि हम अपनी जमीन का सर्वे कर रहे है ये हमारा अधिकार है इसके पूर्व किसी ने पत्र दिया होगा है जानकारी नही है ।
कांग्रेस नेताओं के आरोपों का विरोध करते हुए पूर्व विधायक ताराचंद बाबरिया ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के दबाब में आकर वेकोलि प्रबंधन और प्रशासन मिलकर यह कार्रवाई कर रहे है। जबकि भाजपा भी नहीं चाहती कि वर्षो से रह रहे लोगो को जमीन से बेदखल किया जाए। कांग्रेस के लोग बेबुनियाद आरोप लगा रहे है ।