MP : ‘पबजी’ की ऐसी लगी लगन, पानी की जगह एसिड पी गया युवक

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छिंदवाड़ा।

देश में दिनोदिन पबजी गेम के बढ़ते ट्रेंड के कारण कई खतरनाक परिणाम सामने आ रहे हैं।अब तक देशभर से कई  बच्चों द्वारा इसको लेकर आत्महत्या और जान जोखिम में डालने की घटनाएं सामने आ चुकी है। इसी के चलते कई राज्यों में इसे बैन कर दिया गया है, बीते दिनों ही एमपी विधानसभा सत्र के दौरान मंदसौर से बीजेपी विधायक यशपाल सिसोदिया ने भी इसे मध्य प्रदेश में बैन करने की मांग उठाई थी।इसी बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, यहां गेम में मशगूल एक युवक ने पानी की जगह एसिड पी लिया।  इससे उसकी आंते आपस में चिपक गई ,जिसके बाद उसे तत्काल अस्पताल भर्ती करवाया गया है।जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

         दरअसल, जिले के परासिया में रहने वाला एक युवक अपने मोबाइल पर पबजी गेम खेल रहा था, इस दौरान उसे प्यास लगी और उसने पानी की बोतल के फेर में एसिड की बोतल उठाकर पी ली। जबतक उसे समझ आता वो कई घूंठ एसिड पी चुका था।एसिड पीते ही उसकी दोनों आंतें बुरी तरह से चिपक गई और वो गिर पड़ा। आनन-फानन में युवक को निजी क्लिीनिक ले जाया गया।  इसके बाद उसकी हालत गंभीर होते ही  परिजन उसे नागपुर लेकर पहुंचे थे। जहां युवक को आराम नहीं लगा। इसके बाद युवक को छिंदवाड़ा के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टर  ने उसकी आंतों का ऑपरेशन किया। जिसके बाद उसकी हालत खतरे के बाहर बताई जा रही है। 

विधानसभा में गूंजा था मुद्दा

हाल ही में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान भी पबजी को बैन करने का मुद्दा उठा था। मंदसौर से  बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया ने सदन में पबजी बैन करने का मामला उठाया था । विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान उन्होंने इसे खतरनाक बताते हुए कहा था कि पबजी गैम से स्टूडेंट्स की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस गेम से बच्चों का आधुनिक हथियारों से परिचय हो रहा है और उनमें नकारात्मकता का भाव उत्पन्न हो रहा है। इसके बाद गृह मंत्री बाला बच्चन ने मामले पर जवाब देते हुए कहा कि गेम को लेकर जानकारी मंगाई गई है।जल्द ही एमपी में गेम को बैन करने का निर्णय लिया जाएगा। मप्र सरकार इसके लिए केंद्र सरकार को पत्र भी लिखेगी।

अब तक 7  राज्यों में लग चुका है बैन

अबतक देश के सात राज्यों में पहले ही पबजी पर बैन लगाया जा चुका है। बच्चों के लगातार इस गेम को खेलने की वजह से पालक इसके खिलाफ बैन लगाने की मांग करते रहे हैं।   PUBG मार्च 2017 में जारी हुआ था|  ये गेम एक जापानी थ्रिलर फ़िल्म ‘बैटल रोयाल’ से प्रभावित होकर बनाया गया जिसमें सरकार छात्रों के एक ग्रुप को जबरन मौत से लड़ने भेज देती है। PUBG में क़रीब 100 खिलाड़ी किसी टापू पर पैराशूट से छलांग लगाते हैं, हथियार खोजते हैं और एक-दूसरे को तब तक मारते रहते हैं जब तक कि उनमें से केवल एक ना बचा रह जाए| इस गेम की लोकप्रियता देश में तेजी से बढ़ रही है, गांव से लेकर शहरों तक बच्चे हाथ में मोबाइल लिए इस गेम को खेलते देखे जा सकते हैं। इससे बच्चों का ध्यान भटक रहा है और इसकी लत भी लग रही है।


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