देवास में आर्मी भर्ती प्रशिक्षण के दौरान युवाओं में हुआ विवाद, फोड़े 2 बसों के कांच

देवास, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में आर्मी भर्ती के प्रशिक्षण (Army recruitment training) के लिए देवास के कुशाभाऊ ठाकरे स्टेडियम (Kushabhau Thakre Stadium of Dewas) में उज्जैन (Ujjain) जिले से युवा रनिंग के टाइमिंग की प्रैक्टिस (Practice of running timing) करने देवास (Dewas) पहुंचे थे। इसी दौरान उज्जैन (Ujjain) और देवास (Dewas) के युवाओं के बीच जोरदार विवाद (Conflict) हो गया। जो देखते ही देखते इतना बढ़ गया कि पत्थरबाजी (Stone pelting) और तोड़फोड़ होने लगी। जिसमें दो बसों के कांच फूट गए (Two buses broke glass) हैं। मामला बढ़ता देख लोगों ने डायल 100 (Dial 100) पर इसकी सूचना दी। वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस (police) ने दोनों पक्षों में समझौता कराकर मामले को शांत करवाया।

उज्जैन और देवास के युवाओं में हुआ जमकर विवाद


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।