किसानों के समर्थन में कांग्रेसी देने जा रहे थे राजभवन में ज्ञापन, पुलिस ने लौटाया वापस

Gaurav Sharma
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूरे देश में कृषि बिल (Agricultural bill) को लेकर लगातार किसानों का आंदोलन (Farmers’ movement) जारी है। जिसमें अब कांग्रेसी (Congressman) भी शामिल हो चुके हैं, जो लगातार किसानों के समर्थन में रैलियां निकालकर व प्रदर्शन कर विरोध जता रहे हैं। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में भी किसानों के समर्थन में कांग्रेसी राजभवन (Rajbhavan) के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस के डंडे को देखकर वापस लौट गए। जिसे लेकर मध्य प्रदेश किसान कांग्रेस (Madhya Pradesh Kisan Congress) के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर (Dinesh Gurjar) ने बताया कि किसानों की बात (Talk of farmers) राजभवन (Rajbhavan) पहुंचाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता (Congress worker) निकले हुए थे, जिन्हें राजभवन (Rajbhavan) नहीं जाने दिया गया।

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राजभवन पहुंचने से पुलिस प्रशासन ने रोका

बता दें कि आज कांग्रेस कार्यकर्ता (Congress worker) द्वारा किसानों के समर्थन में कृषि कानून के खिलाफ (Against agricultural law) नारेबाजी करते हुए रैली निकाली गई थी, जो राजभवन (Rajbhavan) जा रही थी। जिन्हें Rajbhavan दफ्तर पहुंचने नहीं दिया गया बीच में ही पुलिस द्वारा नाकेबंदी (Blockade by police) कर उन्हें वापस लौटा दिया गया। कांग्रेस कार्यकर्ता द्वारा राजभवन (Rajbhavan) में ज्ञापन देने की योजना बनाई गई थी, जिसके लिए मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी (Madhya Pradesh Congress Committee) में किसान कांग्रेस की बैठक (Kisan Congress meeting) की गई थी। इसी संदर्भ में आज किसान कांग्रेस (Kisan Congress) भारी संख्या में राजभवन के लिए निकले हुए थे, लेकिन राजभवन (Rajbhavan) दफ्तर के बाहर ही भारी पुलिस बल और बेरीकेड्स लगाए गए थे। जिसके कारण किसी भी कार्यकर्ता को राजभवन (Rajbhavan) में प्रवेश करने नहीं दिया गया।

जारी रहेगा किसान कांग्रेस आंदोलन

इस दौरान सभी कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए शिवाजी नगर चौराहे पर प्रशासन द्वारा भारी पुलिस बल तैनात (Police force deployed) किया गया था। वहीं पुलिस के डंडे (Police poles) से बनाए गए घेरे को देख कांग्रेस घबरा गई और पुलिस को ही राज्यपाल के नाम किसान बिल को खत्म करने का ज्ञापन सौंप दिया गया। मध्य प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष (State President of MP Kisan Congress) दिनेश गुर्जर (Dinesh Gurjar) ने बताया कि किसानों की बात राजभवन पहुंचाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता निकले हुए थे, जिन्हें राजभवन नहीं जाने दिया गया। वहीं किसानों के मुद्दे पर इस आंदोलन को जारी रखने की घोषणा किसान कांग्रेस द्वारा किया गया है।

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पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कही ये बात

इस संबंध में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (Former Minister Sajjan Singh Verma) ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि भले ही प्रशासन का पुलिस बल (Police force of administration) अधिक हो और कांग्रेस कार्यकर्ता (Congress worker) मुट्ठी भर हो, लेकिन उनका यह आंदोलन जारी रहेगा और मनोबल भी कम नहीं होगा। हम लगातार किसानों को जागरूक करते हुए अपनी बात उन तक पहुंचाएंगे।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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