36 ब्रिटिश सांसदों के समर्थन पर कांग्रेस का तंज, क्या ये भी टुकड़े टुकड़े गैंग के सदस्य?

Atul Saxena
Published on -

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। केंद्र सरकार द्वारा लागू  कृषि कानूनों  को वापस लेने की मांग करते हुए राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर जमे और तेज सर्दी के बीचआंदोलन कर रहे किसानों को अब दुनियाभर से समर्थन मिल रहा है।  संयुक्त राष्ट्र सहित कुछ अन्य देश  का समर्थन कर रहे हैं इसी बीच 36 ब्रिटिश सांसदों ने इसे समर्थन देकर विपक्ष और किसानों को केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ाने का मौक़ा दे दिया है। कांग्रेस ने  इसे लेकर मोदी सरकार पर तंज किया है।

किसान की मांगों का समर्थन कर मोदी सरकार पर हमलावर हुई कांग्रेस को अब एक और नया मुद्दा मिल गया है कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने 36  ब्रिटिश सांसदों के किसान आंदोलन को समर्थन करने के बहाने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।  केके मिश्रा न ट्वीट कर कहा ” देश में आंदोलनरत किसानों को अब संयुक्त राष्ट्र,अन्य देशों सहित 36 ब्रिटिश सांसदों का भी समर्थन,भारतीय प्रतिष्ठितजन पद्मश्री अवार्ड तक लौटा रहे हैं!क्या ये सभी पाकिस्तान समर्थक, टुकड़े-टुकड़े गैंग व राष्ट्रद्रोही हैं?सिर्फ आप?

गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा लागू नए कृषि कानूनों  को लेकर देश के किसान पिछले करीब 10 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं, उनकी मांग है कि  ये बिल किसानों की कमर तोड़ देंगे और व्यापारियों को लाभ पहुंचाएंगे। हालाँकि  आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच पांच दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई ऐसा बीच का रास्ता नहीं निकल पाया है जिससे ये आंदोलन किसान वापस ले लें. इस बीच  किसान आंदोलन को लेकर 8 दिसंबर को भारत बंद का भी आह्वान  किया गया है।  उधर 9  दिसंबर को एक बार फिर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर , केंद्रीय मंत्री पीयूष  गोयल व अन्य लोगों के साथ किसान संगठनों से चर्चा कर इस समस्या का हल निकालने के प्रयास करेंगे।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News