डबरा, अरुण रजक | अवैध खनन व परिवहन के कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा। बता दें कि गांव हो या शहर हर जगह अवैध उत्खन्न का कार्य तेजी से चल रहा है। वहीं, काली गिट्टी के अवैध उत्खनन के लिए प्रसिद्ध ग्वालियर जिले के बिलौआ में लगातार अवैध रूप से ब्लास्टिंग की जा रही है। जिसके कारण यहां रहने वाले ग्रामीण भी भय के साए में अपना जीवनयापन कर रहे हैं। यहां रेत माफियों से टकराने की कोई हिम्मत नहीं कर पाता।
यह भी पढ़ें – UP Weather : कहीं बाढ़ के हालात तो कहीं धूप और उमस से परेशानी, जानें प्रदेश के मौसम का हाल
इसी कड़ी में पुलिस प्रशासन की टीम को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बिलौआ क्षेत्र में अचानक छापेमारी की, जहां अवैध रुप से ब्लास्टिंग की जा रही थी। हांलांकि, पुलिस टीम को देखते ही वहां मौजूद सभी खनन माफिया मौके से फरार हो गए। पुलिस की दबिश के दौरान दो गाड़ियों को मौके से जब्त कर लिया गया है। बता दें कि ब्लास्टिंग के लिए सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल किया जा रहा था, तो आइए जानते है क्या है पूरा मामला…
यह भी पढ़ें – MP Weather : मानसून की विदाई, प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव, जानें विभाग का पूर्वानुमान
बता दें कि शुक्रवार को पुलिस को किसी ने गुप्त सूचना दी थी कि, सरकारी नंबर प्लेट की दो गाड़ियां पीतांबरा एक्सप्लोसिव दतिया से आई है। जिसके बाद पुलिस ने ताबडतोड़ कार्रवाई करते हुए सीधे घटनास्थल पर जा पहुंची, जहां एक में 133 बॉक्स तो दूसरे में 76 बॉक्स थे, विस्फोटक को खदान में लगा दिया गया था। प्रशासन के हाथ मात्र 60 बॉक्स लग पाए। जिसके बाद दोनों ही गाड़ियों को पुलिस ने जब्त कर बिलौआ थाने में रखवा दिया है। बता दें कि दोनों ही वाहनों में सरकारी नंबर प्लेट पाया गया। जिसकी तहकीकात शुरू कर दी गई है। सरकार द्वारा रेत के अवैध कारोबार पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद भी यह काम थमने का नाम नहीं ले रहा। आए-दिन अवैध उत्खन्न की घटना सुनने को मिलती है।
यह भी पढ़ें – Mandi Bhav: इंदौर में आज सोयाबीन के दाम कमजोर, देखें 15 अक्टूबर 2022 का मंडी भाव
शुक्रवार को स्थानीय विधायक सुरेश राजे को घटना की जानकारी मिलते ही वो मौके पर पहुंचे और वहां जायजा लिया। साथ ही, प्रशासन पर अवैध माफियाओं से मिलीभगत का आरोप भी लगाया है क्योंकि अवैध कारोबार के लिए सरकारी नंबर प्लेट यानि सरकार की गाड़ी का इस्तेमाल किया जा रहा है जो कि आम इंसान के बस की बात नहीं, जिससे साफ समझ आता है कि प्रशासन की इसमें जरूर मिलीभगत रही होगी। वहीं, प्रशासन इस मामले की जांच में जुट गई है औऱ जल्द ही नतीजा सामने आने का भरोसा दिलाया है।
यह भी पढ़ें – पेंशनर्स के लिए अच्छी खबर, पेंशन राशि में की गई वृद्धि, आदेश जारी, खाते में आएंगे 20000 तक रुपए