Dabra News : अज्ञात कारणों के चलते नवविवाहिता ने लगाई फांसी

Amit Sengar
Updated on -

Dabra News :  मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के डबरा तहसील से एक बड़ी खबर आ रही है जहाँ अज्ञात कारणों के चलते नव विवाहिता ने ससुराल में फांसी लगाकर की आत्महत्या की। ससुराल पक्ष के लोग आनन-फानन में मुस्कान को सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे।अस्पताल में डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित किया।

यह है मामला

बताया जा रहा है कि मुस्कान की उम्र लगभग 20 वर्ष की थी वर्तिका मुस्कान के पति का नाम इरसाद खान निवासी सिमरिया है मुस्कान की शादी के साथ के साथ 8 महीने पहले ही हुई थी लेकिन मुस्कान ने 14 जुलाई लगभग 2 बजे अज्ञात कारणों के चलते फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करली लेकिन अभी मामला संदिग्ध है क्योंकि सारी जांच पड़ताल करने के बाद है पुलिस मामले की तह तक पहुंच पाएगी।

वहीं मृतिका मुस्कान खान के परिजनों ने लगाये ससुराल पक्ष पर हत्या के आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्कान की शादी के वक्त मुस्कान के ससुराल वालों ने दहेज की मांग की थी और उन्हें ₹1000000 दिए गए थे लेकिन फिर भी मुस्कान को दहेज के लिए हर रोज प्रताड़ित किया जाता था और मायके वालों से बात भी करने से मना किया जाता था मुस्कान के सास,ससुर और देवर, पति और ननद ने ही मुस्कान की हत्या की है।

देहात थाना क्षेत्र का मामला बताया जा रहा है। कि इस पूरे मामले में गौर करने वाली बात यह है कि जब मृतिका मुस्कान खान के ससुराल वाले मृतका की डेड बॉडी डबरा सिविल अस्पताल लेकर आए और वहां से गायब हो गए लेकिन सोच ने वाली यह भी है कि जब मृतका की बॉडी लगभग 3 बजे सिविल हॉस्पिटल में लाई गई थी तो पुलिस तत्काल वहां क्यों नहीं पहुंची आपको बता दें कि पुलिस लगभग 3 घंटे के बाद भी डबरा सिविल हॉस्पिटल नहीं पहुंची थी आखिरकार पुलिस इतनी लापरवाह कैसे हो सकती है क्योंकि पुलिस की लापरवाही से मृतका की बॉडी को लेने के लिए परिजनों को एक रात का इंतजार और करना होगा क्योंकि 15 तारीख को उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसमें कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन की भी लापरवाही नजर आ रही है।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News