डबरा, सलिल श्रीवास्तव। धान की कीमत बढ़ाए जाने की मांग को लेकर किसानों का प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। 3 दिन पहले 24 तारीख़ से शुरू हुआ प्रदर्शन आज सड़कों पर आ गया। किसानों ने अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है जिसके लिए वह सुबह से ही मोटरसाइकिलों पर सवार होकर शहर की सड़कों पर निकल गए और लोगों ने भी सहमति से अपनी दुकाने बंद कर दी है।
प्रशासन की बात की जाए तो चौराहों पुलिस तैनात कर दी गई है, साथ ही मोटरसाइकिल पर सवार होकर पुलिस जवान भी किसानों के साथ चल रहे हैं। फिलहाल किसान शांति के साथ लोगों से अपील करते हुए दुकानों को बंद करने की गुजारिश कर रहे हैं।आपको बता दें कि किसान धान का मूल्य साढ़े तीन हज़ार से चार हजार रूपये करने की मांग को लेकर यह प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल महंगाई बढ़ गई है हमारी फसल की लागत, कटाई सब बढ़ गई है पर कीमत पिछले साल की अपेक्षा कम है जिससे लागत भी नहीं निकल पा रही है। अपनी इस मांग के साथ किसान लगातार एक लंबी लड़ाई लड़ने का मन बनाते हुए दिख रहे हैं। फिलहाल प्रशासनिक स्तर कहें या राजनीतिक कहीं, से भी किसानों को कहीं कोई उम्मीद दिखती हुई नहीं दिख रही है। यही कारण है कि आंदोलन अब लंबा होता दिख रहा है। देखना यह है कि किसान अपनी मांगों को लेकर कब तक यह लड़ाई लड़ते हैं। फिलहाल ताजा हालत देखकर नहीं लगता कि उनकी कोई सुनने वाला है। सबसे बड़ी बात जिस दिन किसानों ने मंडी प्रांगण में धरना दिया उस दिन प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान क्षेत्र में एक सभा ले रहे थे। प्रशासन को इस समस्या के समाधान के प्रति गंभीर होना पड़ेगा नहीं तो इसका खामियाजा आने वाले उप चुनाव में सत्ताधारी दल को उठाना पड़ सकता है।
किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे युवा किसान राज रावत का कहना है कि हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारा दुकानदारों से भी आवाहन है कि वह किसानों के हित में अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर सहयोग प्रदान करें हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी माँगे पूरी नहीं हो जाती हैं।