Dabra News: किसान परिवार ने सीएम के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, न्याय न मिलने पर आंदोलने की दी चेतावनी, पढ़ें पूरी खबर

किसानों ने शासन प्रशासन को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पीड़ित किसानों के साथ जल्द ही न्याय नहीं हुआ और संबंधित अधिकारियों पर दंडात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो वे सब उग्र आंदोलन करेंगे।

Shashank Baranwal
Published on -
Dabra

Dabra News: डबरा के पिछोर थाना इलाके के भर्रोली ग्राम में बीते दिनों कुशवाहा समाज के किसान परिवार के साथ तहसीलदार और पुलिस के द्वारा की गई बर्बरता के संबंध में महिलाओं सहित लगभग 300 किसानों ने इकट्ठे होकर एसडीएम कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम पर डबरा एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही किसानों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी देते हुए तहसीलदार, पुलिस प्रशासन और कलेक्टर मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके अलावा उन्होंने राजस्व विभाग पर भूमाफियाओं से मिली भगत के गंभीर आरोप भी लगाए।

किसान परिवार को बेरहमी से पीटा

ग्वालियर के पिछोर में बीते दिनों पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग के अधिकारियों की बर्बरता देखने को मिली थी, जिसमें तहसीलदार अनिल नरवरिया आरआई, पटवारी पिछोर और गीजोर्रा पुलिस को साथ लेकर एक किसान के खेत पर कब्जा छुड़ाने पहुंचे थे। जहाँ पर किसान परिवार के युवाओं और बच्चों के साथ-साथ महिलाओं के साथ भी पुलिस ने बेरहमी से मारपीट की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। इसी मामले में कुशवाह समाज और अन्य समाज के लगभग 300 किसानों ने महिलाओं के साथ डबरा एसडीम दिव्यांशु चौधरी के कार्यालय का घेराव कर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम न्याय के लिए ज्ञापन सौंप।

न्याय न मिलने पर दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

इसके अलावा सभी किसानों ने शासन प्रशासन को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पीड़ित किसानों के साथ जल्द ही न्याय नहीं हुआ और संबंधित अधिकारियों पर दंडात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो वह आचार संहिता हटने के बाद हजारों की संख्या में एकत्रित होकर उग्र आंदोलन करेंगे।

बंदोबस्त के दौरान जमीन की धोखाधड़ी की

इस मामले में फरियादी भगवान लाल कुशवाहा ने बताया उनकी जमीन पर तहसीलदार अनिल नरवरिया, आरआई और पटवारी के साथ मिलकर बंदोबस्त के दौरान धोखाधड़ी कर उनकी जमीन अन्य लोगों के खेतों में मिला दी। इसके बाद तहसीलदार अपने पूरे दलबल के साथ उनके खेत पर कब्जा हटाने पहुंचे और उनके परिवार के युवा और बच्चों के साथ-साथ महिलाओं पर भी लाठियां बरसाना शुरू कर दिया। इसी संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर शासन प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।

Dabra

Dabra

इस तरह के सैंकड़ो मामले

वहीं, इस मामले में किसान हाकिम सिंह कुशवाहा ने बताया कि प्रशासन से पीड़ित सिर्फ भगवान लाल कुशवाहा ही नहीं बल्कि सैकड़ों किसान हैं। उन्होंने बताया कि उनकी भी जमीन मुख्य मार्ग से सटी हुई है, जिस का प्रकरण भी न्यायालय में चल रहा है, लेकिन पूर्व में रहे तहसीलदार दीपक शुक्ला ने भू माफियाओं से मिलकर मोटी रकम लेकर उनकी जमीन का नामांतरण कुछ अन्य लोगों के नाम कर दिया था। इसी वजह से वह आज भी प्रशासन के चक्कर लगा रहे हैं और उनको कोई न्याय नहीं मिल पा रहा, लेकिन उनकी फरियाद अब तक किसी ने नहीं सुनी। ऐसे एक नहीं, दो नहीं बल्कि सैकड़ों किसान भू माफिया और राजस्व विभाग की साथ गांठ होने के चलते परेशान हो रहे हैं।

डबरा से अरूण रजक की रिपोर्ट


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News