डबरा, सलिल श्रीवास्तव। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच शासन प्रशासन लगाकार इस कोशिश में जुटा है कि संक्रमण की चेन को कैसे तोड़ा जाए। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी नई रणनीति भी आजमा रहे हैं। इसी के तहत भितरवार तहसीलदार ने एक नया तरीका खोजा है। उन्होंने घोषणा की है कि यदि होम क्वारेंटाइन लोग अपने घर से बाहर निकलते हैं तो इसकी सूचना देने वाले को 500 रुपये नगद पुरस्कार दिया जाएगा।
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तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव का कहना है कि होम क्वारेंटाइन व्यक्ति के बाहर घूमने पर यदि कोई साक्ष्य के साथ इसकी सूचना देता है तो उसे 500 रूपये का इनाम दिया जाएगा। उनकी इस नई पहल की सराहना भी हो रही है। लोगों का कहना है कि इससे क्वारंटाइन व्यक्ति के मन में बाहर निकलने को लेकर डर पैदा होगा, जिससे संक्रमण की चेन तोडने में मदद मिलेगी। बता दें कि भितरवार क्षेत्र में पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उन्हें नियंत्रित करने के लिए अधिकारी दिन रात एक किए हुए हैं पर लोग है कि मानने को तैयार नहीं है। कई ऐसे लोग भी बाजारों में देखे जाते हैं जो या तो स्वयं होम क्वारेंटाइन है या उनका कोई पारिवारिक सदस्य पॉजिटिव है। यही कारण रहा कि चीनोर के ग्राम ईटमा में एक साथ 50 से अधिक कोरोना पॉजिटिव निकले। गनीमत रही कि प्रशासन ने जानकारी जुटाकर बड़े स्तर पर गांव में कैम्प लगाकर जाँच कराई जिससे पॉजिटिव मरीज चिन्हित हो गए और उन्हें सख्त हिदायत देकर समुचित उपचार के साथ क्वारेंटाइन किया गया।
तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव ने बताया की हम लोग लगातार प्रयासरत हैं कि संक्रमण अधिक ना फैले। यही कारण है कि सख़्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू का पालन कराया जा रहा है लेकन कई लोग स्वयं अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ग्रामीण अंचल होने के कारण लोगों को कोविड सेंटर और होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। इसके बाद भी सूचना मिल रही है कि क्वारंटाइन हुए लोग बाजारों में निकल रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी हर जगह हर समय नहीं पहुंच पाते जिसका लाभ यह लोग उठा रहे हैं। यही कारण रहा है कि हमने निर्णय लिया है कि यदि कोई होम क्वारेंटाइन व्यक्ति बाहर निकलता दिखता है और कोई भी साक्ष्य के साथ उसकी सूचना देता है तो उसे 500 रूपये रुपये का नगद पुरस्कार दिया जाएगा। साथ सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। तहसीलदार का कहना है कि इस प्रयोग से हम इस चेन को तोड़ने में काफी हद तक सफल होंगे क्योंकि जब संक्रमित व्यक्ति बाहर नहीं निकलेगा तो दूसरे व्यक्तियों को संक्रमण का खतरा भी कम होगा।