हटा में सबसे पहले हुई थी पुष्टि
सबसे पहले दमोह के हटा में 27 दिसंबर को कुछ पालतू सुअरो की अचानक मौत हुई थी, बड़ी संख्या में जानवरों की मौत से हड़कंप मच गया, मौके पर पहुंची पशु चिकित्सकों की टीम ने सैंपल भोपाल भेजे थे। जांच के बाद उनमें अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि हुई थी। इस फीवर की पुष्टि के बाद खुद पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने जिस इलाके में जानवरों की मौत हुई थी वहाँ से एक किलोमीटर एरिया के सभी 150 सूअरों को केमिकल देकर मार दिया था और उन्हें जमीन में दफना दिया था। हालांकि इसके बाद दमोह के अलग अलग इलाकों में बड़ी संख्या में सूअर मौत का शिकार हो गए।
इंसानों में नहीं फैलता है इसका संक्रमण
अफ्रीकन स्वाइन फीवर केवल सूअरों में ही फैलता है। यह संक्रमण इंसानों को संक्रमित नहीं करता है। इंसानों पर इस संक्रमण का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, इसलिए लोगों को पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि अगर संक्रमित पशु दूसरी जगह पर अन्य जानवरों के संपर्क में आता है तो वह भी संक्रमण का शिकार हो जाएगा, फिलहाल पशु चिकित्सा विभाग दमोह में मुस्तैद हो गय है।