Damoh News : मध्य प्रदेश के दमोह जिले से बड़ी खबर आ रही है। जहाँ एक सरकारी कार्यक्रम में जमकर हंगामा हुआ है। इस हंगामे में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष पूर्व मंत्री पूर्व सांसद और भाजपा के वयोवृद्ध नेता डॉ रामकृष्ण कुसमरिया को गुस्सा आया और नाराज कुसमरिया ने भरी सभा में जनपद पंचायत के सीईओ के साथ दूसरे अधिकारियों कर्मचारियों को फटकार लगाई है। उनके फटकार लगाने में इलाके की भाजपा विधायक उमा देवी खटीक भी शामिल है, एक साथ दो नेताओं की फटकार और गुस्से की तश्वीरें सामने आई है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल दमोह जिले के हटा में तहसील मैदान पर जनपद पंचायत द्वारा दिव्यांगों को उपकरण ट्राय सायकल वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में प्रशासन ने क्षेत्रीय विधायक उमा देवी खटीक के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया था। बतौर अतिथि राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त अध्यक्ष डॉ रामकृष्ण कुसमरिया को भी आमंत्रित किया गया था। कुसमरिया यहां बुलावे पर पहुंचे लेकिन जब उनकी नजर मंच पर लगे बैनर पर पड़ी तो बैनर में कुसमरिया का नाम और फोटो दोनो नही थे, कुसमरिया को ये अपनी बेइज्जती लगी और हमेशा सहज सरल और शांत रहने वाले कुसमरिया गुस्से में आ गए। मंच पर बैठे बैठे उन्होंने जनपद पंचायत के सीईओ बी एस यादव को तलब किया। सबके सामने पूछा बैनर में नाम फोटो कहाँ है। सीईओ सफाई देते रहे और कुसमरिया फटकार लगाते रहे। उनके साथ इलाके की विधायक उमा देवी खटीक भी सुर में सुर मिलाते हुए जनपद सीईओ और दूसरे अधिकारियों कर्मचारियो की क्लास लेती रही। कुसमरिया ने अफसरों को हिदायत भी दी कि ये सब नही चलेगा और आखिरकार अफसरों के माफी मांगने के बाद मामला शांत हुआ।
आपको बता दें कि कुसमरिया 5 बार सांसद तीन बार विधायक शिवराज सरकार में कृषि मंत्री रहने के साथ बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी रह चुके है। मौज़ूदा दौर में मोहन सरकार ने उन्हें पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाकर केबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। 81 साल के कुसमरिया वर्तमान समय में मध्य प्रदेश में भाजपा के सबसे ज्यादा आयु और अनुभव वाले नेता है। जो सक्रिय राजनीति में है। लिहाजा उनका गुस्सा प्रोटोकाल का पालन न होने पर जायज भी माना जा सकता है। इस पूरे मामले में कुसमरिया ने कहा है कि वो इलाके की विधायक के विशेष आग्रह पर कार्यक्रम में गए थे लेकिन वहां मौजूद अधिकारियों की अनदेखी के बाद उन्होंने सिर्फ अफसरों को प्रोटोकाल की याद दिलाई है ये फटकार नही है।
वही इस मामले पर सीईओ जनपद पंचायत हटा व्ही एस यादव का कहना है कि पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष रामकृष्ण कुसमारिया की कार्यक्रम में सहभागिता सुनिश्चित नहीं थी। कार्यक्रम के फ्लेक्स में फोटो ना लगना मानवीय भूल है।
दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट