Damoh News : मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक बार फिर ईसाई मिशनरी पर जबरन धर्मान्तरण का आरोप लगा है और पुलिस ने इस मामले में मिशनरी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है। इस मामले के सामने आने के बाद फिर सूबे में धर्मांतरण का मुद्दा गर्मा गया है।
क्या है पूरा मामला
दमोह और धर्मान्तरण ये दोनों लम्बे समय से सुर्खियों में है, सालो से इस मुद्दे पर कभी कागजो में कभी सड़को पर बबाल देखने को मिलता है। जिले में अलग अलग ईसाई मिशनरी की संस्थाएं संचालित है और इन पर ये आरोप लगते रहे हैं। अबकी बार दमोह शहर में संचालित मिशन हॉस्पिटल के कुछ कर्मचारियों ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाए हैं कि उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा है, ये कर्मचारी इस अस्पताल के सिक्योरटी गार्ड है जिनका कहना है कि धर्म परिवर्तन के लिए उनसे कहा गया , ईसाइयो की प्रेयर में शामिल होने के लिए दबाव बनाया गया और हाँथ में कलावा बांधने पर प्रबन्धन ने आपत्ति ली जब कि गार्ड हिन्दू है औऱ वो धर्म परिवर्तन नही करना चाहते। इन तमाम बातो को लेकर इन सुरक्षा गार्ड्स ने पुलिस की पनाह ली है और शिकायत दर्ज कराई है।
मिशन अस्पताल के संचालक अजय लाल के बेटे अभिजीत लाल और दूसरे पर प्रबन्धको के साथ कुछ और स्टाफ मेम्बर्स पर लगे आरोपो के बाद खलबली मच गई है। ये पहला मौका नही जब इस संस्था पर ये आरोप लगे है बल्कि अक्सर ईसाई मिशनरी सवालो के घेरे में रहती है लेकिन इस बार अस्पताल पर लगे आरोप गम्भीर हैं। हालांकि इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद मिशन अस्पताल का हिन्दू स्टाफ भी सामने आया है और पुलिस से मिलकर सिक्योरटी गार्ड्स के आरोपो को बेबुनियाद करार दिया है। अस्पताल में 30 सालो से सेवाएं दे रहे डॉक्टर और दूसरे स्टाफ के मुताबिक इतने सालों में कभी किसी को धर्म परिवर्तन के लिए बाध्य नही किया गया। इस मामले को लेकर ईसाई मिशनरी से जुड़े लोगों ने भी एसपी से मुलाकात कर मामले को निराधार बताया और ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है।
सेवा के नाम पर संस्थाएं लम्बे समय से करा रही हैं धर्म परिवर्तन
धर्मान्तरण की बात सामने आई तो भला हिंदूवादी संगठन कैसे पीछे रहते, हिन्दू संगठन से जुड़े लोगों के मुताबिक सेवा के नाम पर ये संस्थाएं लम्बे समय से धर्म परिवर्तन करा रही हैं और इन पर ठोस कार्यवाही नही हुई है।
चूंकि मामला संवेदनशील है लिहाजा दमोह पुलिस भी एक्टिव मोड़ में है और पुलिस ने अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों की शिकायत पर अभिजीत लाल सहित लोगो पर आपराधिक मामला दर्ज किया है। मंगलवार को दिन भर कोतवाली पुलिस मिशन अस्पताल में जांच पड़ताल करती रही। पुलिस के मुताबिक जांच की जा रही है।
धर्मान्तरण के आरोपों का ये मामला सामान्य नही है बल्कि पहले लगे आरोपो पर सन्तोषजनक कार्यवाही न होने को लेकर देश के बाल सरंक्षण आयोग ने भी नाराजगी जाहिर की है। इस नये मामले को लेकर भी आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर सरकार और दमोह कलेक्टर एसपी को कटघरे में खड़ा किया है। अब देखना ये होगा कि आखिर जांच के बाद सच्चाई क्या सामने आती है?
दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट