Damoh पुलिस को मिली सफलता, तीन लुटेरों को किया गिरफ्तार, यूपी का एक आरोपी शामिल

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने एक टीम बनाई थी और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर साईबर सेल की मदद से पुलिस ने तीन संदेहियों को पकड़ा।

Shashank Baranwal
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Damoh News: मध्य प्रदेश के दमोह जिले के तेन्दूखेड़ा इलाके में शुक्रवार शाम से फैली दहशत अब जरा कम हो गई है, जिससे इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है। दरअसल, शुक्रवार की शाम को निजी बैंक में लूट की घटना सामने आई थी, जिसे लेकर आज यानी शनिवार को तेंदुखेड़ा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने लूट में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

4 लाख रूपए से ज्यादा की लूट

दमोह जिले में शुक्रवार की शाम को तेन्दूखेड़ा के वार्ड नम्बर 2 तारादेही रोड पर एक निजी बैंक कर्मी के साथ कट्टे की नोक पर लूट की बड़ी वारदात सामने आई थी। इस वारदात में लुटेरों ने फरियादी हरेंद्र सिह के ऊपर कट्टा अड़ाकर 4 लाख 91 हजार 131 रुपये की लूट की थी। ये सारा घटना क्रम सीसीटीवी में कैद हो गया था। वारदात के बाद इलाके में दहशत और सनसनी फैल गई थी।

पूछताछ में आरोपियों ने जुर्म कुबूला

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने एक टीम बनाई थी और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर साईबर सेल की मदद से पुलिस ने तीन संदेहियों को पकड़ा। इस दौरान पुलिस की पूछताछ में तीनों आरोपियों ने लूट करना कुबूल किया है। पकड़े गए आरोपियों से लूट की गई पूरी राशि जब्त की गई है। एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने खुलासा करते हुए बताया कि दो आरोपी तेन्दूखेड़ा के ही हैं, जिनमें से एक शातिर लुटेरा है। वहीं, तीसरा आरोपी ललितपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और तीनों ने मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया था।

दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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