दमोह/गणेश अग्रवाल
दमोह जिले की सीमाओं से पन्ना टाइगर रिजर्व की दीवार लगी हुई है। यह घना जंगल जिले के मडियादो ग्राम के आसपास के अनेक गांवों से होते हुए जाता है। गर्मी के मौसम में यहां पर जंगलों में आग लगना एक कोई असामान्य घटना नहीं और इसी कारण हर साल ही जंगलों का काफी नुकसान होता है। अभी गर्मियां शुरू हुई ही है और अप्रैल के शुरूआती दिनों में ही एक बार फिर इन जंगलों में भीषण आग लग गई है। इसे बुझाने के लिए पुलिस, वन अमले के साथ स्थानीय लोगों ने मिलकर कोशिश की और आग पर काबू पाया।
जिले के रजपुरा के पास करकोई ग्राम के पास लगे जंगल में भीषण आग लग गई। यह आग जंगल में मौजूद सूखी पत्तियों पेड़ों में लगने के बाद हरे भरे पेड़ों को भी नष्ट कर रही है। ऐसे हालात में जब पुलिस और वन अमला भी लॉक डाउन के चलते पुलिसकर्मियों के साथ कार्य करने में जुटा हुआ है तो जंगलों की भीषण आग बुझाने के लिए कर्मचारियों की कमी के चलते आग ने विकराल रूप ले लिया। हालांकि आग बुझाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है और इसमें स्थानीय लोग भी सहयोग कर रहे हैं। बता दें कि गर्मियों में थोड़ी सी लापरवाही जंगलों में आग का कारण बन जाती है। तेज हवाएं भी आग को भीषण रूप देने का काम करती है ऐसे में इस साल एक बार फिर जंगलों की ओर से अपना विकराल रूप दिखाना शुरू किया है। रजपुरा थाना प्रभारी केपी सिंह भी आग बुझाने में पूरा सहयोग कर रहे हैं और अन्य लोग भी इसमें सहयोग कर रहे हैं।