दमोह में तेजी से फैल रहा आई फ्लू, डॉक्टर्स ने बच्चों को स्कूल न भेजने की दी सलाह

Sanjucta Pandit
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Damoh News : अमूमन बारिश के मौसम में मौसमी बीमारियां पैर फैलाती है। हालांकि, इन बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य अमला सतर्क और सावधान रहता है लेकिन इस बार मध्य प्रदेश में हो रही झमाझम बारिश के बीच आई फ्लू का खतरा बढ़ गया है। इसी कड़ी में दमोह जिले के लोग भी आई फ्लू का शिकार हो रहे है। पिछले एक हफ्ते में मरीजों की संख्या में बड़ा इज़ाफ़ा हुआ है, जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन परेशान है। बता दें कि आई फ्लू या कंजनटिन वायटिस तेजी से फैलने वाली बीमारी और वायरस है।

बच्चे हुए शिकार

डॉक्टरों के मुताबिक, प्रभावित मरीज के मामूली सम्पर्क में आने के बाद ही ये बीमारी दूसरे व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में ले लेती है जो कि बहुत तेजी से लोगों के बीच अपना असर दिखाती है। दमोह जिले में ऐसा ही हुआ है जब जिले के अलग-अलग इलाको में कुछ मरीज सामने आए थे। जिसके बाद इन मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ और अब तमाम ब्लाकों में आई फ्लू के मरीज मिल रहे है। सबसे ज्यादा स्कूली बच्चे आई फ्लू का शिकार है। शायद ही दमोह का कोई स्कूल हो, जहां बच्चे इसके शिकार न हुए हो।

डॉक्टर्स ने जारी की एडवाइजरी

जिले के नेत्र चिकित्सको के यहां मरीजों की अच्छी खासी भीड़ है और इनमें 99 प्रतिशत मरीज आई फ्लू के ही है। इस बीच बच्चो में तेजी से फैलते आई फ्लू को लेकर डॉक्टरों ने सलाह दी है कि आई फ्लू से प्रभावित बच्चों को स्कूल न भेजा जाए। अन्यथा ये बीमारी तेजी से फैल सकती है। इसके अलावा, डॉक्टर्स ने एडवाइजरी भी जारी की है ताकि प्रभावित लोग घबराएं न बल्कि सावधानी बरतते हुए उचित इलाज लेकर इस बीमारी से बच सकें।

दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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