Damoh News: अवैध होर्डिंग्स पर हाईकोर्ट सख्त, हरकत में आया नगर पालिका-प्रशासन, सड़क पर हुआ बवाल

बीते साल जबलपुर हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर फैसला देते हुए दमोह शहर में चारों तरफ लगाए गए अवैध होर्डिंग को हटाने के निर्देश दिए थे। जिसके तहत पालिका ने इस आदेश को लेकर बीते साल कुछ स्थानों से अवैध होर्डिंग्स निकाले भी थे।

Shashank Baranwal
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Damoh News: मध्य प्रदेश के दमोह से बड़ी खबर सामने आई है, जहां हाईकोर्ट के आदेश का पालन करने पहुंचे नगर पालिका के अमले के बीच सड़क होर्डिंग मालिकों को गुस्से का शिकार होना पड़ा। इस दौरान दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ और आखिरकार नगर पालिका के अमले ने शहर से अवैध होर्डिंग्स निकालना शुरू कर दिया है।

हरकत में आया प्रशासन

दरअसल, बीते साल जबलपुर हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर फैसला देते हुए दमोह शहर में चारों तरफ लगाए गए अवैध होर्डिंग को हटाने के निर्देश दिए थे। जिसके तहत पालिका ने इस आदेश को लेकर बीते साल कुछ स्थानों से अवैध होर्डिंग्स निकाले भी थे, लेकिन इन जगहों पर फिर से होर्डिंग्स लगा दिए गए। याचिकाकर्ता अनुराग हजारी ने इसे लेकर फिर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और इसे कोर्ट की अवमानना बताया। जिसे संज्ञान में लेते हुए हाईकोर्ट सख्त हुआ और फिर आदेश जारी करते हुए होर्डिंग्स हटाने के निर्देश दिए हैं।

सड़क पर हुआ बवाल

वहीं, हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए आज नगर पालिका के अमले ने कार्यवाही शुरू की तो सालों से होर्डिंग्स और विज्ञापन का कारोबार कर रहे लोग अधिकारियों के सामने आ गए। इन कारोबारियों का आरोप है कि वो लगातार इन होर्डिंग्स की परमीशन के लिए नगर पालिका में आवेदन कर रहे हैं, लेकिन पालिका इनका रिन्यूवल नहीं कर रही है और आज आकर ये होर्डिंग्स निकालने की कार्यवाही की जा रही है जोकि गलत है। इस दौरान दोनों पक्षो में काफी देर तक जमकर कहा सुनी हुई। आखिरकार नगर पालिका के अमले ने होर्डिंग्स को हटाने की कार्यवाही शुरू की है।

सीएमओ ने कही ये बात

यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। हाईकोर्ट के आदेश का पालन किया जा रहा है। इस दौरान पुलिस की टीम भी सुरक्षा के लिए तैनात रही। फिलहाल, सबकुछ सही से हो गया है- सुषमा धाकड़, सीएमओ नगर पालिका, दमोह

दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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