स्वास्थ्य विभाग के BMO को 15000 रुपये की रिश्वत लेते लोकायुक्‍त की टीम ने पकड़ा

Avatar
Published on -

दमोह, डेस्क रिपोर्ट। दमोह जिले की जबेरा तहसील अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोविड काल के दौरान एंबुलेंस की राशि के भुगतान करने के एवज में 15 हजार रुपये की राशि की रिश्वत लेते हुए विकासखंड मेडिकल आफिसर को सागर लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त ने शिकायत मिलने के बाद टीम बनाई थी और मंगलवार को जैसे ही बीएमओं ने रिश्वत ली टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जबेरा विधानसभा क्षेत्र में एक माह के अंदर लोकायुक्त सागर द्वारा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े जाने का यह तीसरा मामला है।

यह भी पढ़े.. इग्नू प्रवेश 2022: – जनवरी सत्र के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि इग्नू ने बढ़ाई , जाने कैसे करें आवेदन ……

बताया जा रहा है कि दमोह जिले के जबेरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डा. प्रोमी कोष्टा द्वारा कोविड काल के दौरान उपयोग की गई एंबुलेंस की 4 लाख रुपये की राशि का भुगतान करने में आनाकानी की जा रही थी। इसके लिए एंबुलेंस संचालक आजम खान द्वारा बीएमओं से बार बार निवेदन किए जाने के बाद भी उनके द्वारा भुगतान के एवज में 15 हजार रुपये की राशि की मांग की जा रही थी। जिस पर मंगलवार को एंबुलेंस संचालक आजम खान द्वारा लोकायुक्त सागर में सोमवार को शिकायत की गई। शिकायत के आधार पर मंगलवार को टीम द्वारा दोपहर में जबेरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर बीएमओ के कार्यालय में ही 15 हजार रुपये की नकद रिश्वत देते हुए उन्हें रंगे हाथों पकड़ा।

Continue Reading

About Author
Avatar

Harpreet Kaur