Rajyog 2024: 12 साल बाद बनेगा ‘गुरु आदित्य राजयोग’, इन 3 राशियों को होगा लाभ, खुल जाएंगे भाग्य के द्वार

गुरु और सूर्य के मिलन से गुरु आदित्य राजयोग का संयोग 12 वर्षों बाद बन रहा है। आइए जानें किन-किन राशियों को इससे सबसे ज्यादा लाभ होगा?

guru aditya rajyog 2024

Guru Aditya Rajyog 2024: 14 मई को सूर्य राशि परिवर्तन करेंगे। इस गोचर से बेहद से दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। वृषभ राशि में गुरु और सूर्य की युति बनने जा रही है। जिससे करीब 12 वर्षों बाद “गुरु आदित्य राजयोग का निर्माण होगा। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में दोनों ही ग्रहों का विशेष महत्व होता है। दोनों ही ग्रह एक दूसरे के मित्र माने जाते हैं। ग्रहों के राजा सूर्य हर महीने गोचर करते हैं। वहीं गुरु को गोचर करने में 12.5 महीने का समय लग जाता है। सूर्यदेव आत्मा, उच्च पद, मान-सम्मान इत्यादि के प्रतीक हैं। वहीं ज्ञान, भाग्य, विवाह, धन इत्यादि के कारक हैं। इन दो बड़े ग्रहों के मिलन बना राजयोग बेहद ही शुभ माना जाता है। इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन तीन राशियों को सबसे अधिक लाभ होगा। आइए जानें ये लकी राशियाँ कौन-कौन सी हैं-

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों को इस राजयोग ने खूब लाभ होगा। मान-सम्मान बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र में प्रमोशन मिल सकता है। धन और समृद्धि में भी वृद्धि होगी। परिवार में खुशहाली आएगी। करियर के लिए भी यह योग शुभ रहेगा। सफलता के प्रबल योग बनेंगे। भौतिक सुख-सुविधाओं में भी वृद्धि होती है।

मेष राशि

मेष राशि के जातकों को भी गुरु आदित्य योग से फायदा होगा। धन-संपत्ति में वृद्धि होगी। आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। दान-पुण्य से लाभ होगा। परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत कर पाएंगे। छात्रों को मेहनत का फल मिलेगा। नौकरी की तलाश पूरी होगी। पद-प्रतिष्ठा और सम्मान भी बढ़ेगा।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य और गुरु की युति से बना राजयोग लाभकारी सिद्ध होगा। मेहनत से किए गए कार्यों में सफलता मिलेगी। जीवन खुशनुमा होगा। यात्रा के योग बन रहे हैं। मान-सम्मान बढ़ेगा। धन से जुड़ी परेशानी दूर होगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News