सेवढ़ा नगर परिषद में भाजपा ने किया कब्जा, निर्विरोध चुने गए अध्यक्ष-उपाध्यक्ष

Amit Sengar
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सेवढ़ा,राहुल ठाकुर। सेवढ़ा नगर परिषद (seondha municipal council) का आखिरकार भाजपा (BJP) पार्टी द्वारा तय किये गए अध्य्क्ष पद उम्मीदवार श्रीमती आशा गोविंद नागिल को निर्विरोध अध्यक्ष नगर परिषद सेवढ़ा बनाया गया। उक्त निर्वाचन प्रक्रिया में एक भी फॉर्म उनके विरोध में नही भरा गया जिसके बाद फॉर्म की समीक्षा के बाद एस डी एम सेवढ़ा व पीठासीन अधिकारी अनुराग निंगवाल के द्वारा अधिकरिक तौर पर घोषणा की गई।

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सेवढ़ा नगर परिषद में भाजपा ने किया कब्जा, निर्विरोध चुने गए अध्यक्ष-उपाध्यक्ष

वहीं कांग्रेस पार्टी से भाजपा पार्टी में शामिल हुई संजू दीक्षित को भाजपा पार्टी से प्रस्तावित उपाध्यक्ष पद की दावेदारी दी गई वहीं भाजपा पार्टी से वार्ड क्रमांक 2 पार्षद संगीता शंकर नगरिया ने भाजपा पार्टी से भितरघात कर उपाध्यक्ष पद के लिए फॉर्म तो ले लिया लेकिन संगीता शंकर नगरिया को कोई भी प्रस्तावक अपने पक्ष में फॉर्म भरने के लिए नहीं मिला जिसके चलते समय सीमा में फॉर्म जमा न कर सकी जिसके चलते रचना संजू दीक्षित निर्विरोध निर्वाचित की गई।

सेवढ़ा नगर परिषद में भाजपा ने किया कब्जा, निर्विरोध चुने गए अध्यक्ष-उपाध्यक्ष

इस मौके पर सीएमओ नागेंद्र सिंह गुर्जर, टी आई सेवढा धीरेंद्र मिश्रा, नायब तहसीलदार सुनील भदौरिया, नायब तहसीलदार सुनील वर्मा, शम्भू दिवोलिया, कमल गुप्ता मौजूद रहे।

नगर परिषद के बाहर लगी रही समर्थकों की भीड़

इस दौरान नव निर्वाचित अध्यक्ष आशा गोविंद नागिल के समर्थकों की भीड़ का जमावड़ा बस स्टैंड सेवढा पर देखने को मिला। वंही श्री नागिल के समर्थकों ने जमकर आतिशबाजी की वहीं उनके निवास पर हुजूम इकठ्ठा रहा। वहीं बधाई देने वालो का ताँता लगा रहा। इस मौके पर ध्यानेन्द्र सिंह मामा, नाथू सिंह यादव, जगमोहन सिंह परिहार, मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान, महेश सिंह परिहार, लवकुश गुर्जर, कपूर सिंह यादव, रवि पुरोहित, रामकुमार सेन, राजेन्द्र परिहार, मोनू खान, अरविंद नागिल, सोनू यादव दभेरा, उमेश यादव बागुर्दन, लक्की अप्पा, सतेंद्र नागिल समेत सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित हुए।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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