दतिया/सत्येन्द्र सिंह रावत।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार क्या गिरी कांग्रेस नेताओं के बुरे दिन शुरू हो गये। प्रदेश के दतिया जिले में कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं पर मामले दर्ज किये जा रहे है और कांग्रेस इस पर राजनेतिक द्वेष का आरोप लगा रही है। ताजा मामला दतिया में दर्ज हुए कांग्रेस नेता महेश गुलवानी का है। जिन पर धोखाधड़ी के आरोप में रामवीर सिंह गुर्जर के आवेदन पर कोतवाली में मामला दर्ज हुआ है।
महेश गुलवानी पर दर्ज हुये धोखाधड़ी के मामले को लेकर कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल कांग्रेस सेवड़ा विधायक घनश्याम सिंह के साथ सोमवार को एसपी से मिला और पूरे मामले पर गुलवानी का पक्ष रखते हुए स्थिति पानी की तरह साफ की। वही कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने एसपी अमन सिंह राठौर से महेश गुलवानी दर्ज हुई एफआईआर को फर्जी तथा द्वेषपूर्ण बताया है तथा इस मामले पर निष्पक्ष जांच की मांग की है। एसपी से मुलाकात में कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि महेश गुलवानी व रामवीर सिंह गुर्जर के चिरुला स्थित भूमि को खरीदने लेकर मौखिक सौदा वर्ष 2017 में तय हुआ था।

सोदा तय होने पर 19 लाख बैंक अन्तरण एव 75 हजार नगद अदा किए गए थे। इसके रामवीर गुर्जर पारिवारिक स्थिति हवाला देते हुये सौदा निरस्त कर दिया, जिस पर 20 लाख एव दो लाख का चैक देकर सौदा समाप्त किया गया था। एक बार फिर महेश गुलवानी ओर रामवीर सिंह के बीच 16,10,2017 को जमीन का सौदा हुआ ओर दोनो के बीच अनुबंध पत्र सम्पादित किया गया। जिसमे रामवीर गुर्जर ने 19 लाख 75 हजार रुपये भुगतान करना स्वीकार किया। प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि महेश गुलवानी द्वारा रामवीर गुर्जर से अनेको रजिस्ट्री के संपर्क किया गया। जिस पर रजिस्ट्री खर्च अभाव हवाला देते हुये रजिस्ट्री नही कराई। इसके बाद रामवीर गुर्जर ने महेश गुलवानी से एक बार अनुबंध निरस्त करने एवं रुपये वापस करने की मांग की। जिस महेश गुलवानी द्वारा मय ब्याज के 22 लाख रुपये नगद दिए गए ओर इसके बाद रामवीर द्वारा 100 रुपये के स्टाम्प पेपर पर लिखित सहमति दर्ज की गई अब कोई हिसाब लेनदेन शेष नही है। इस दौरान सेवड़ा विधायक घनश्याम सिंह, राधावल्लभ सरवरिया, अन्नू पठान, अनिमेष शुक्ला, अनूप पाठक आदि नेता साथ उपस्थित रहे।