देवास।
मध्यप्रदेश में प्याज़ और लहसुन के भाव एक बार फिर मंडियों में औंधे मुंह गिर गए हैं, जिसकी वजह से प्याज और लहसुन का किसानों को लागत मूल्य तो दूर मंडी तक लाने का किराया-भाड़ा भी नहीं मिल रहा है। हालत ये हो गए है कि किसान अब इन्हें सड़कों या मंडी मे फेंकने को मजबूर हो रहे है।व्यापारियों, अधिकारियों और नेताओं से गुहार लगाने के बाद अब किसान भगवान की शरण मे पहुंच रहे है और उन्हें प्याज की माला बनाकर उन्हें भेंट कर रहे है। ताजा मामला देवास के बागली क्षेत्र से सामने आया है, जहां आसपास के लगभग 60 गांवों में प्रसिद्ध देव स्थान कांगरिया महादेव पर किसानों द्वारा प्याज की माला चढ़ाई गई और उनसे इस संकट को उभारने की मन्नत मांगी गई।
दरअसल, इन दिनों देवास बागली क्षेत्र के आसपास के लगभग 60 गांवों में प्रसिद्ध देव स्थान कांगरिया महादेव पर प्याज की माला चढ़ाने का वीडियो वायरल हो रहा है। ग्रामीणों की मान्यता है कि जब भी कोई संकट आता है तो प्रसिद्ध देव स्थान कांगरिया महादेव पर मान मन्नत करने पर वो संकट दूर हो जाता हैइसीलिए यहां महादेव को प्याज की माला चढ़ाई गई है औऱ प्याज-लहसुन के दाम में आई कमी को दूर करने की मुराद मांगी गई है।
बताते चले कि कई बार यहां बारिश ना होने की स्थिति में यहां पूजा पाठ की जाती रही है तो क्षेत्र में वर्षा हुई है। इसी मान्यता को आधार मानकर इस वर्ष प्याज लहसुन के भाव में निरंतर आ रही कमी के चलते किसानों ने धावड़िया के सरपंच तेज सिंह ओसारी के साथ मिलकर प्याज की माला बनाकर देवता को चढ़ाई और इस दौरान ग्रामीण कांगरिया महादेव को प्याज की माला पहनाने का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।हालांकि एमपी ब्रेकिंग इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
उल्लेखनीय है कि महंगाई और कर्ज से परेशान किसान को अब प्याज-लहसून की कीमतों ने बेहद परेशान कर दिया है। किसानों को उन्हीं का उगाया हुआ प्याज अब असली आंसू दे रहा है प्रदेश में प्याज 50 पैसे किलो और लहसुन 2 रुपए किलो के भाव बिक रह है, जिसके चलते किसान या तो अपनी फसल वापस लेकर जा रहे हैं या फिर मंडी में छोड़कर ही चले जा रहे हैं।वही प्याज आम आदमी को यही प्याज मंडी में 10-15 रुपए किलो मिल रहा है।