देवास/बागली, सोमेश उपाध्याय। बागली (Bagli ) व हाटपिपल्या (Hatpipliya) क्षेत्र के लोगों ने सहारा कंपनी (Sahara Company) पर विश्वास करके अपनी गाढ़ी कमाई का हिस्सा निवेश किया था। ग्रामीणों ने अल्प बचत, मासिक बचत, फिक्स डिपाजिट तथा अन्य माध्यमों से बचत उपाय इस कंपनी में निवेश किए थे। आरंभ के दिनों में बेहतर रूप से निवेश रिफंड देने वाली यह कंपनी धीरे-धीरे किसी कारणवश रिफंड देने में पीछे हटने लगी। जिसके चलते बहुत से लोगों का पैसा इस कंपनी में फसा हुआ है। हालांकि शासन और इस कंपनी के मालिक का क्या समझौता हुआ है, यह भी कोई स्पष्ठ नही कर पाया है।
यह भी पढ़ें… Vidisha : मासूम के साथ दुराचार और हत्या का मामला, 24 घंटे के अंदर पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
सहारा कंपनी में बागली क्षेत्र में लगभग 5 करोड़ से अधिक रुपए की राशि इस प्रकार से अनेक उपभोक्ताओं द्वारा निवेश की गई थी। यह राशि बागली एजेंट के माध्यम से हाटपिपलिया शाखा में पहुंचाई गई। लेकिन उक्त एजेंट का प्रमोशन सोनकच्छ( सहारा) शाखा प्रबंधक के रूप में हो गया था। और तमाम खाते बगैर सहमति के सोनकच्छ ट्रांसफर कर दिये गये। जब उपभोक्ता हाटपिपलिया पहुंचे तब उन्हें इस बात की जानकारी लगी। इस संबंध में उपभोक्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता प्रवीण चौधरी, मुकेश गुप्ता, मुकेश गोस्वामी, सुनील योगी ,गौरी शंकर जोधा, विनय बोथरा, सुनील जायसवाल, आदि ने मामले की जांच के लिए बागली पुलिस अनुविभागीय अधिकारी राकेश व्यास को शिकायत पत्र प्रेषित किया। शिकायत पात्र में कहा गया कि पीड़ित लोगों की मदद करते हुए संबंधित सोनकच्छ शाखा प्रबंधक से सभी खाते हाटपिपलिया क्षेत्र में फिर से स्थापित किए जाए। जानकारीनुसार हाटपिपलिया थाने पर भी संबंधित (सहारा) सोनकच्छ ऑफिस प्रबंधक की शिकायत दर्ज की गई है और सभी खाते हाटपिपलिया शाखा में लाने के लिए पत्र लिखा गया है! हाटपिपलिया थाना प्रभारी राधेश्याम दांगी, ने मामले की स्थिति देखकर तुरंत जांच के लिए एसआई पटेल को मामले की जांच करने की बात कही और तत्काल हाटपिपलिया सहारा ऑफिस के शाखा प्रबंधक शर्मा को बुलाकर पूरी जानकारी ली गई।