मो.अंसार/धार। आदिवासियों को लेकर मध्यप्रदेश में राजनीति गर्मा गई है। आरएसएस जिस तरह जनगणना में आदिवासियों को हिंदू धर्म अंतर्गत बताने का अभियान चलाने वाली है, उसपर आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो चुका है। इस मामले पर कांग्रेस विधायक एवं जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरालाल अलावा मुख्यमंत्री कमलनाथ के पक्ष में सामने आ गए हैं।
उन्होने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह देश के संविधान को मानते ही नहीं है। भारत के संविधान में आदिवासियों का मुद्दा किसी धर्म के साथ नहीं जुड़ा है। आदिवासियों की एक अलग संस्कृति और पहचान है और मुख्यमंत्री कमलनाथ जानते हैं कि आदिवासियों के लिये क्या अधिकार और प्रावधान है तथा वे आदिवासियों के कल्याण के लिये पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।