MP News: कुछ दिन पहले पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता अरुण यादव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ग्वालियर के कांट्रेक्टर ज्ञानेंद्र अवस्थी का लिखा एक पत्र वायरल किया था। इस पत्र में ज्ञानेंद्र ने मध्य प्रदेश सरकार पर ठेकों के एवज में 50 पर्सेंट कमीशन लेने की बात कही थी और इसको लेकर हाई कोर्ट की ग्वालियर बेंच के लिए पत्र लिखा था। इसके बाद कमलनाथ, जयराम रमेश और दूसरे कांग्रेसी नेताओं ने इस पत्र को अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर शेयर किया था और इसे लेकर सरकार पर भी जमकर निशाना साधा था।
भाजपा ने इस पत्र का खंडन किया गया था और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के नाम पर कई जगह एफआईआर दर्ज होने की खबरें सामने आने लगी थी। लगभग 41 जिलों में हुई इन शिकायतों में पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ का नाम भी शामिल है, जिसपर अब उन्होंने प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा ने किया था खंडन
कांग्रेसी नेताओं के पत्र वायरल करने के बाद शनिवार को सबसे पहले सरकार की ओर से मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस पत्र का खंडन किया। नरोत्तम के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी इस पत्र को फर्जी बताते हुए कांग्रेसियों पर हमला बोला।
क्या बोले कमलनाथ
इस मामले में प्रियंका गांधी, जयराम रमेश और कांग्रेस के अन्य नेताओं पर FIR दर्ज होने के बाद ट्वीट करते हुए कमलनाथ ने कहा कि सिर से पांव तक घोटाले से डूबी हुई शिवराज सरकार ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। मध्यप्रदेश का बच्चा-बच्चा जिस सरकार को कमीशन राज सरकार के नाम से बुलाता है, वह भ्रष्टाचार की जांच नहीं करती बल्कि वह भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाने वालों पर अत्याचार करती है। मेरा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से आह्वान है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े हो जाएं और इस 50% की कमीशन से जुड़े राज को उखाड़ कर जनता के सामने रखें।
सर से पांव तक घोटालों से घिरी शिवराज सिंह चौहान सरकार के इशारे पर कांग्रेस की सम्मानित नेता श्रीमती प्रियंका गांधी, श्री जयराम रमेश और मुझ सहित कई नेताओं पर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भाजपा नेताओं ने एफआईआर दर्ज कराई गई। जिस सरकार को मध्यप्रदेश का बच्चा-बच्चा कमीशन राज सरकार…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 13, 2023
इन नेताओं पर केस दर्ज
इंदौर के संयोगितागंज थाने में प्रियंका गांधी, कमलनाथ और अरुण यादव के खिलाफ 50 पर्सेंट कमीशन वाले फर्जी पत्र को वायरल करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई है। इंदौर के बाद ग्वालियर में भी अज्ञात लोगों के नाम से इस पत्र को फर्जी बताते हुए एफआईआर दर्ज की गई है। इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 469 के तहत केस दर्ज किया गया है।
भोपाल में भी ज्ञानेंद्र अवस्थी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की जानकारी सामने आई है। इस एफआईआर में प्रियंका गांधी, कमलनाथ, अरुण यादव, जयराम रमेश और शोभा ओझा को भी नामजद किया गया है। ये जानकारी भी सामने आई है कि पूछताछ के लिए भोपाल क्राइम ब्रांच कांग्रेस नेताओं को भोपाल भी बुला सकती है।