rigging in wood supply: वन विभाग, इंदौर के क्षेत्र में हुई लकड़ी सप्लाय की धांधली के बाद, प्रमुख मुख्य वन संरक्षक ने कोदरिया में चालने वाले कारखानों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। जानकारी के अनुसार अब महू रेंज स्थित आलू की चिप्स बनाने के लिए पहचाना जाने वाला कोदरिया भी सुर्खियों में है।
पूरे क्षेत्र में अवैध परिवहन पर लगा बैन
इंदौर वन विभाग ने कोदरिया क्षेत्र में लकड़ी सप्लाय करने वाले ट्रकों को पकड़कर उन्हें रेंज कार्यालय में सौंपा है। इसके साथ ही, इंदौर वन विभाग ने इस क्षेत्र में अवैध परिवहन को रोकने के लिए बैन लगाने का फैसला किया है। कोदरिया में कारखानों के बाहर पड़ी लकड़ियों की सप्लाय को लेकर उत्तेजना बढ़ी है। प्रमुख मुख्य वन संरक्षक ने इस मामले में जांच करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है, जो इस मुद्दे की न्यायिक जांच करेगी।
बोर्ड के बारे में जांच का आदेश, बगैर टीपी पर नजर
अब लकड़ी सप्लाय में हुई धांधली पर सवाल खड़ा हो रहा है, जिसके चलते डीएफओ ने इस मामले की जांच करने के लिए आदेश दिया है। इसके अलावा, डीएफओ ने अवैध परिवहन को बढ़ाने पर भी नजर डाली है और इस पर जांच करने का आदेश दिया है।
जानकारी के अनुसार सीसीएफ का उड़नदस्ता कोदरिया में रात के वक्त गश्ती कर रहा है और यह बगैर टीपी लकड़ी सप्लाय करने वाले ट्रकों को पकड़कर रेंज कार्यालय में सौंपता है। इस दल ने बताया है कि कारखानों में सप्लाय के लिए जारी किए गए आदेश के अनुसार, 100 से ज्यादा ट्रकों से कटी लकड़ी सप्लाय की गई है।
दरअसल धार वन मंडल के क्षेत्र में तार फेंसिंग, पोल लगाने के कॉन्ट्रैक्ट दिए गए थे, लेकिन इस पर काम नहीं हुआ है। कागजों पर कामकाज के आधार पर भुगतान किया जा रहा है, जिसपर अब सवाल उठाया जा रहा है।