सावधान कहीं आपके साथ न ऐसा हो जाये: SBI के रिवार्ड प्वाइंट रिडीम कराने भेजी फर्जी लिंक,कलेक्टर के बेटे के साथ कर दिया 2 लाख से ज्यादा का ऑनलाइन फ्रॉड

ऑनलाइन ठगों ने कलेक्टर के बेटे के एकाउंट से तीन बार में कुल 2 लाख 8 हजार 500 रुपये की ठगी कर ली। ठगे जाने का अहसास होते ही प्रेमांशु सिंह ने एसबीआई कस्टमर केयर पर इसकी शिकायत तत्काल दर्ज कराई लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया।

Atul Saxena
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Premanshu Singh

SBI online fraud : बार बार सावधान करने के बाद भी लोग साइबर ठगों के जाल में फंस जाते हैं और फिर अपनी मेहनत की कमाई गंवा देते हैं, शातिर साइबर ठग नए नए तरीके अपनाकर लोगों को अपने विश्वास में लेते हैं और उनके एकाउंट नंबर में घुसकर आसानी से राशि निकाल लेते हैं। ताजा मामला गुना जिले के कलेक्टर के बेटे से जुड़ा है, उसके साथ 2 लाख रुपये से ज्यादा की साइबर ठगी हुई है, पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

साइबर ठगों ने कलेक्टर के बेटे को बनाया शिकार  

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कैंट थाने में एक शिकायती आवेदन प्राप्त हुआ जो कलेक्टर डॉ सतेन्द्र सिंह के बेटे प्रेमांशु सिंह ने दिया है, इसमें उनके साथ हुई साइबर ठगी की शिकायत की गई है। प्रेमांशु सिंह ने लिखा कि 3 मई को उनके पास एक व्यक्ति ने एसबीआई के रिवार्ड पॉइंट रिडीम कराने के लिए एक लिंक भेजी, जब उन्होंने उस लिंक को ओपन किया तो बिलकुल एसबीआई के पेज जैसा ही ओपन हुआ, उन्हें लगा ये असली है।

OTP डालते ही 50 हजार रुपये एकाउंट से गायब 

पेज ओपन होते ही उनके मोबाइल पर एक OTP आया जिसे डालते ही उनके एसबीआई एकाउंट से 50 हजार रुपये कट गए, रुपये कटते ही उनके पास एक फोन आया, सामने वाले व्यक्ति ने खुद को एसबीआई कस्टमर केयर का एक्जीक्यूटिव बताया और कहा कि गलत OTP इंटर करने से रिवार्ड पॉइंट रिडीम नहीं हो पा रहे आपको फिर ओटीपी भेजा जा रहा है, आप उसे डालिए।

बातों में उलझाकर दो OTP और भेजे फिर निकाल लिए रुपये 

इसके बाद दो और ओटीपी भेजे गए जिसे डालते ही उनके बैंक एकाउंट से 98,500 रुपये और 60,000 रुपये फिर निकल गये, यानि ऑनलाइन ठगों ने कलेक्टर के बेटे के एकाउंट से तीन बार में कुल 2 लाख 8 हजार 500 रुपये की ठगी कर ली। ठगे जाने का अहसास होते ही प्रेमांशु सिंह ने एसबीआई कस्टमर केयर पर इसकी शिकायत तत्काल दर्ज कराई लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया, अब उन्होंने साइबर सेल में ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराई है, गुना की कैंट पुलिस अब मामले की जाँच कर रही है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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