गुना में मंगलवार रात फतेहगढ़ पुलिस का हिटलरशाही रवैया देखने को मिला। जानकारी के मुताबिक एक शराब संचालक के कहने पर फतेहगढ़ पंचायत के थावरा के टपरो पर कच्ची शराब पकड़ने के लिये थाना प्रभारी और उनकी टीम पहुंची थी। लेकिन आरोप है कि यहां पहुंचकर पुलिस ने घरों में घुसकर छानबीन की और इसका विरोध करने पर महिलाओं के साथ जमकर मारपीट की। इस घटना में रेखा नाम की महिला को चेहरे पर गंभीर चोट आई है वहीं रेखा की भाभी को भी पैर में चोट लगी है।
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इसी दौरान महिलाओं के साथ मार पीट होते देख कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया जिसके बाद पुलिसकर्मी मौके से भाग खड़े हुए। इस पूरे मामले के बाद लोगों ने फिर आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस शराब कारोबारियों के हाथों की कठपुतली बनी हुई है। सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान यहां शराब कारोबारियों ने ब्लैक में दुगुनी कीमत पर शराब बेचकर खूब चाँदी काटी। इस पूरे गोरखधंधे में पुलिस ने भी कारोबारियों का सहयोग किया है।
आरोप है कि फतेहगढ़ थाना प्रभारी रामबाबूू शर्मा की मनमानी के चलते यहां अराजकता का माहौल है और हालात ये है कि पुलिस अधीक्षक के आदेशों की भी खुलेआम अनदेखी की जा रही है। राजस्थान सीमा से अवैध रूप से लोगों को भी मध्यप्रदेश में आने की इजाजत दी जा रही है। यहां तक कि इस थाने में पदस्थ पुलिस पर हमला करने वाले आरोपियों को भी थाना प्रभारी का ही खुला संरक्षण है, और यही वजह है कि आरोपी अब तक गिरफ्त से बाहर हैं जिसके बाद पुलिस अधीक्षक को आरोपियों की गिरफ्तारी परर इनाम की घोषणा करना पड़ी है । लोगों का कहना है कि खुलेआम मारपीट करने वाले थाना प्रभारी यह कहने में भी नहीं चूकते हैं कि एसपी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। इस थाने में पदस्थ थाना प्रभारी की कारगुजारियों की कई शिकायतें पहले भी की जा चुकी है लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।