जीआईसीटीएस ग्रुप ऑफ इंस्टिट्युशंस के चेयरमैन और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नजदीकी उदय घाटगे ने अपने फेसबुक एकाउंट पर एक वीडियो संदेश पोस्ट किया है । 9 मिनट 22 सेकंड के इस वीडियो मैसेज में उदय घाटगे ने वो सभी बातें कहीं है जो इस समय भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के मन में चल रही हैं। वीडियो संदेश में उदय घाटगे ने भाजपा को सावधान रहने के लिये भी कहा है साथ ही कहा है कि भाजपा का कार्यकर्ता बहुत दिनों तक बर्दाश्त नहीं करेगा। उसके अंदर एक टूटन का माहौल बन रहा है।
भाजपा से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े उदय घाटगे ने वीडियो संदेश की शुरुआत करते हुए कहा कि कुछ पाने के लिए कुछ समझौते करने पड़ते हैं। मप्र में भी कांग्रेस की सरकार को नेस्तनाबूत करने के लिए भाजपा ने समझौता किया। उन्होंने कहा कि आज की परिस्थिति में भी भाजपा में 25 से प्रतिशत कार्यकर्ता ऐसे हैं जो दीपक की रोशनी में पैदा हुए, दीपक के साथ जले, संघर्ष किया और एक समय जब ऐसी परिस्थिति आई तो पार्टी को जनता पार्टी के साथ जाना पड़ा। सभी वरिष्ठजनों के आदेश पर जनसंघ से जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी का निर्माण हुआ। पर जितने भी कार्यकर्ता उस समय से जुड़े उन सबमें भावनाओं में सबसे बड़ी भावना राष्ट्र हित समाज हित में कुछ करने की रही है और उनकी इसी प्रबल इच्छा के दम पर ही भाजपा आज देश पर राज कर रही है।उदय घाटगे ने कहा कि समझौते के साथ बनी सरकार में आज मुझे और भाजपा से जुड़े मेरे बहुत से साथियों को ये समझ नहीं आ रहा कि भाजपा का कांग्रेस में विलय हुआ है या कांग्रेस का भाजपा में। मैंने पिछले महीनों में एक बार भी अहसास नही किया कि ग्वालियर चंबल संभाग में सरकार भाजपा की है।
श्री घाटगे ने आगे कहा कि श्रीमंत सिंधिया जरूर अपने आपको अपमानित महसूस करके कांग्रेस छोड़कर उनके अपने फॉलोअर्स को लेकर आये पर वहाँ सभी कांग्रेसी भाईयों को इस बात का ख्याल रखना है कि जो इग्नोरेन्स या घुटन कांग्रेस में हो रही थी वो घुटन आपके आने से भाजपा के लोगों को ना हो। एक गंभीर इशारा करते हुए उदय घाटगे ने कहा कि मैं 95 प्रतिशत कार्यकर्ताओं के दावे के साथ का सकता हूँ कि अधिकारियों की पोस्टिंग, ट्रांसफर, किसको क्या पद मिलेगा, कौन रहेगा, कौन जायेगा ये चिंता का अधिकार कभी भाजपा ने अपने कार्यकर्ता को नहीं दिया ये वरिष्ठ लेवल पर तय होता है और होना भी चाहिए लेकिन वर्तमान परिस्तिथियों में ऐसा कुछ दिखाई दे रहा है कि चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी की अपेक्षा के अनुरूप अधिकारियों की तैनाती की जाए। ये चूक भाजपा में बैठे किसी भी पदाधिकारी चाहे वो मुख्यमंत्री क्यों ना हो, लोगों के कहने पर अधिकारियों की नियुक्ति उचित कदम नहीं होगा। कांग्रेस से आये लोगों का नाम लिए बगैर उदय घाटगे कहते हैं कि ग्वालियर चंबल संभाग वैसे ही विकास के क्षेत्र में पिछड़ा है और वहाँ छोटे छोटे पदों पर भी पोस्टिंग कराने के लिए कुछ दिनों से आये लोग ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि सरकार अब हमारी है हम चला रहे हैं। ये भावना विलय की भावना के विपरीत है। अगर विलय हुआ है तो सबकी राय से निर्णय होंगे। और निर्णय कराने के लिए किसी तरह का दबाव बनाया जाए ये किसी भी कीमत पर ठीक नहीं होगा।
अपने संदेश में उदय घाटगे ने आगे कहा कि मैं पिछले कुछ दिनों से ग्वालियर और इसके आसपास के जिलों में देख रहा हूँ कि जहाँ पर छोटे छोटे लोग जो ऊपर तक जुड़े हैं वो ट्रांसफर कराने से लेकर पैसे लेने से लेकर सारे क्रिया कलापों में शामिल हो चुके हैं । और उनका कहना है कि हमारे तार ऊपर तक जुड़े हैं। इस बात की चिंता भाजपा और पार्टी में नये आये सभी नये कार्यकर्ताओं को करनी होगी कि कुछ चंद लोग अपने व्यापारिक लाभ अपने आर्थिक लाभ के लिए तानाशाही नहीं कर सकते। हमने अधिकारियों और सरकार ने मिलकर 15साल बेहतरीन निकाले हैं। इस बार हमारी सीटें का रह गई लेकिन इसका मतलब ये नही कि कुछ लोग व्यापारिक मानसिकता आते और जाते रहे पार्टी को इससे सतर्क रहना होगा। पार्टी को निर्देशित करना होगा कि सरकार चलाने के लिए भाव उत्पन्न करें, मन को स्वच्छ करें, सबकी सरकार सबके द्वार ये होना चाहिए। हमारे ही दरवाजे पर सरकार खड़ी रहे इस भावना से नये लोगों को पूरी तरह बचना चाहिए। और ये हमारा कार्यकर्ता बहुत दिनों तक बर्दाश्त भी नही कर पायेगा उसके अंदर भी एक टूटन आने लगी है। अंत में उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के वरिष्ठ जनों से जिनको मैं लंबे समय से जानता हूँ और जिनकी जवाबदारियाँ हैं उनसे कहना चाहता हूँ कि वे इस बात का ख्याल रखे कि सरकार लोगों के व्यापार के लिए नहीं बल्कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र के विकास के लिये बने। उदय घाटगे की ये पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और भाजपा एवं कांग्रेस नेताओं के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
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