ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर जिला प्रशासन (Gwalior District Administration) द्वारा जारी की गई निजी अस्पतालों (Private Hospitals) की सूची विधायक (MLA) के रियलिटी चैक में गलत साबित हुई है। विधायक (MLA) ने जब सूची में अस्पताल के लिए दिए गए अधिकृत नंबर पर बात की तो उन्होंने उनके यहाँ बेड खाली नहीं होने की बात कही जबकि ग्वालियर जिला प्रशासन (Gwalior District Administration) ने जो सूची जारी की है जिसमें अस्पताल का नाम, संचालक का मोबाइल नंबर और वहां उपलब्ध बेड की जानकारी दी गई है। प्रशासन का दावा है कि हमारे पास आवश्यक सभी सुविधाएँ उपलब्ध हैं किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन ये दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
ग्वालियर में बढ़ते कोरोना मरीजों (Corona Patients) को देखते हुए मरीजों को परेशानी से बचाने के लिए ग्वालियर जिला प्रशासन (Gwalior District Administration) ने निजी अस्पतालों (Private Hospitals) में व्यवस्था की है वहां उपलब्ध बेड की उपलब्धता के साथ एक सूची जारी की है जिससे जरुरत पड़ने वाले व्यक्ति को मालूम चल सके कि किन अस्पतालों में कोरोना मरीज के लिए चिकित्सा उपलब्ध है। ये सूची क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों को भी दी गई। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने जब सूची का रियलिटी चैक किया तो ये सूची बोगस साबित हुई।
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कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने अपने कार्यालय में बैठकर एक गंभीर मरीज का परिजन बनकर सूची में दर्शाये दो अलग अलग अस्पतालों को फोन लगाकर उनके मरीज को भर्ती करने का निवेदन किया लेकिन दोनों ही अस्पतालों ने उनके यहाँ बेड उपलब्ध नहीं होने की जानकारी दी। मरीज की गंभीरता का हवाला देते हुए विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने परिजन की हैसियत से कोविड कंट्रोल कमांड सेंटर फोन लगाया तो वहां भी सरकारी अस्पतालों में ICU वाले बेड की उपलब्धता से इंकार कर दिया वहां बैठी डॉक्टर विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) को सलाह देती रहीं कि शहर में बहुत से प्राइवेट अस्पताल है वहां चले जाइये वहां ICU वाले बेड खाली होंगे।
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प्रशासन द्वारा जारी की गई अस्पतालों का रियलिटी चैक करने के बाद कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने कहा कि मैं बार बार ये मुद्दा उठा रह हूँ कि ग्वालियर जिला प्रशासन कोरोना मरीजों को लेकर गंभीर नहीं है। सरकारी अस्पतालों में ICU बेड खाली नहीं है अब गरीब कहाँ जाएगा। विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने लेकर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) से निवेदन किया कि वे सूची का व्यक्तिगत रूप से परिक्षण करें और फिर देखें कि आपके अधीनस्थ द्वारा दी गई जानकारी कितनी सही और कितनी गलत है।
प्रशासन के लोग ,कब तक झूठ और फरेब की तसल्ली देते रहेंगे.
मैं प्रार्थना करता हूँ,ग्वालियर के प्रशासन से की सही जानकारी उपलब्ध कराई जाए और व्यवस्था को और अधिक सुधारा जाए
हमें उस गरीब आदमी की चिंता करनी होगी जो लाखो का प्राइवेट बिल भरने की स्थिति में नही है।— Praveen Pathak (@PRAVEENPATHAK13) April 16, 2021
बहरहाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) कोरोना के मरीजों के लिए जरुरी सुविधाएँ जुटाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं ग्वालियर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) भी सरकारी दिशा निर्देशों के तहत स्थिति पर नियंत्रण के हरसंभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन उनके अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारी एयर कंडीशन कमरों में बैठकर मनगढंत आंकड़े जुटाकर सुविधाओं के ढोल पिटवा रहे हैं जो ना सिर्फ गलत है बल्कि आपदा के दौर में एक अपराध भी है।