शहर में शनिवार से मंगलवार तक किए गए लॉकडाउन के बाद बाजार 2 बजे तक खोले जाने के आदेश के बाद सराफा बाजार लश्कर के कारोबारियों ने तय किया है कि वे 10 जुलाई तक अपने बाजार बंद रखेंगे । उनका कहना है कि 2 बजे तक दुकान या शो रूम खोलने का कोई लाभ नहीं होगा नुकसान ही होगा। व्यापारियों ने प्रशासन पर भेदभाव के आरोप लगते हुए बैंक और सरकारी कार्यालयों की तरह ही बाजार खोलने की मांग की है
जिला प्रशासन ने शहर में बढ़ते कोरोना पॉजिटिव मरीजों को देखते हुए पिछले दिनों शनिवार और रविवार को दो दिन का टोटल लॉक डाउन घोषित किया था। लेकिन इन दो दिनों में भी मरीजों का आंकडा बढ़ा आया तो टोटल लॉक डाउन सोमवार मंगलवार के लिए बढ़ा दिया और बुधवार से शुक्रवार तक 2 बजे तक बाजार खोलने की अनुमाति दी। सराफा कारोबारी इस आदेश को व्यवहारिक नहीं मानते। सराफा व्यवसाई संघ के पुरुषोत्तम जैन का कहना है कि दुकान या शो रूम 11 बजे तक खुलते हैं और काम करने वाले कर्मचारी 12 बजे तक आते हैं और यदि दुकान या शो रूम 2 बजे तक बंद करना पड़ेगा तो आधा घंटा पहले तैयारी करनी होगी तो कैसे व्यापार होगा।
सराफा कारोबारी ने कहा कि जिला प्रशासन ने जैसे बैंक और सरकारी कार्यालयों को शाम तक खोलने की अनुमति दी है हमें भी उतनी दे, हमारे साथ भेदभाव क्यों हो रहा है। उन्होंने कहा कि बाजार में एक व्यापारी के यहाँ 28 पॉजिटिव केस आये हैं। सभी भयभीत हैं और बाजार भी 2 बजे तकही खुलना हैं जिसका कोई व्यापारिक लाभ नहीं होगा इसलिए फैसला लिया गया है कि 8 से 10 जुलाई तीन दिन सराफा बाजार के सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। उसके बाद शनिवार रविवार का दो दिन का टोटल लॉक डाउन हो जायेगा। श्री जैन ने कहा कि फिलहाल तीन दिन का बंद रखने का फैसला लिया है यदि प्रशासन सहयोग नहीं करता तो फिर आगे उस हिसाब से फैसला लिया जायेगा।