BJP का कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन, ग्वालियर में फूंका राहुल गांधी का पुतला, कांग्रेस ने मांगा अमित शाह का इस्तीफा

भाजपा और कांग्रेस के इस प्रदर्शन के चलते शिंदे की छावनी क्षेत्र में लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा, सड़क पर काफी देर तक जाम लगा रहा।

Atul Saxena
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BJP protest outside Congress office Gwalior : बाबा साहब अंबेडकर के अपमान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है , आज संसद में  प्रदर्शन के दौरान भाजपा के दो सांसदों के राहुल गांधी के धक्के से घायल होने की खबर ने देश में पार्टी नेताओं में आक्रोश पैदा कर दिया है जिसका असर देश में दिखाई दे रहा है, अलग अलग शहरों से प्रदर्शन की ख़बरें सामने आ रही है इसी क्रम  में ग्वालियर में भी दोनों पार्टियों ने प्रदर्शन किया।

ग्वालियर में भारतीय जनता पार्टी की यूथ विंग युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया, माहौल को समझते हुए पुलिस ने बैरीकेडिंग की थी लेकिन युवा मोर्चा के कार्यकर्ता उत्तेजित होकर उसपर चढ़ गए, उनके हाथ में राहुल गांधी का पुतला था, पुलिस ने बमुश्किल उन्हें रोका, इसी दौरान उन्होंने पुतले में आग लगा दी, कार्याकर्ताओं ने कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

कांग्रेस ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की, किया उग्र प्रदर्शन 

उधर कांग्रेस नेता हाथ में बाबा साहब की तस्वीर लेकर प्रदर्शन कर रहे थे और  गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग कर रहे थे, कांग्रेस नेताओं का आरोप था कि अमित शाह ने बाबा साहब का अपमान किया है उन्हें देश से माफ़ी मांगनी चाहिए, कांग्रेस जब प्रदर्शन कर रही थी उसी समय भाजयुमो कार्यकर्ता भी वही मौजूद थे, दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच इस दौरान उत्तेजना देखी गई, पुलिस ने समझाइश देकर अप्रिय स्थिति को टाल दिया और प्रदर्शन को खत्म कराया।

अमित शाह की टिप्पणी के बाद उत्तेजित है कांग्रेस 

भाजपा और कांग्रेस के इस प्रदर्शन के चलते शिंदे की छावनी क्षेत्र में लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा, सड़क पर काफी देर तक जाम लगा रहा , गौरतलब है कि मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था आज कल अंबेडकर का नाम लेना फैशन बन गया है ..अंबेडकर, अंबेडकर कहने की जगह भगवान का नाम ले लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता..कांग्रेस ने इसे बाबा साहब का अपमान बताया और इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रही है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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