ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) की विधानसभा में शुरू हुई प्रशासन की अतिक्रमण विरोधी मुहिम (Anti Encroachment Campaign) को लेकर कांग्रेस (Gwalior Congress) सड़क पर गई है। कांग्रेस ने ग्वालियर जिला प्रशासन (Gwalior District Administration) की कार्यवाही का विरोध करते हुए किला गेट चौराहे पर धरना दिया और नारेबाजी की। कांग्रेस ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को पाखंडी और नौटंकी करने वाला बताते हुए इस्तीफे की मांग भी की।
ग्वालियर विधानसभा में फूलबाग चौराहे से किला गेट तिराहे तक सड़क चौड़ीकरण का काम इन दिनों जारी है, इस बीच जिला प्रशासन ने किला गेट चौराहे के चौड़ीकरण के लिए अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू की। रविवार को 17 सम्पत्तियों को तोड़ दिया गया जिसमें दुकानें और मकान शामिल हैं। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो उन्हें कांग्रेस का साथ मिल गया।
मंगलवार को ग्वालियर नगर निगम प्रशासन (Gwalior Municipal Corporation Administration) ने एक बार फिर देर रात किलागेट से सेवा नगर पुलिया तक की 244 संपत्तियों को तुड़ाई से पहले 6 घंटे के अल्टीमेटम के नोटिस चस्पा कर दिए थे, साथ ही 110 संपत्तियों पर लाल क्रॉस के निशान लगा दिए। नोटिस में नगर निगम ने लोगों से खुद अपने अतिक्रमण हटाने के लिए कहा है। प्रशासन की इस कार्रवाई के विरोध में बुधवार को कांग्रेस ने पीड़ित लोगों के साथ किला गेट चौराहे पर पीड़ित लोगों के साथ बैठकर धरना दिया। यहाँ कांग्रेस के निशाने पर जिला प्रशासन कम, स्थानीय विधायक और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अधिक थे।
कांग्रेस के किला गेट चौराहे पर 10 बजे से 1 बजे तक सांकेतिक धरना दिया। प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा के नेतृत्व में आयोजित धरने में कांग्रेस नेताओं के अलावा स्थानीय पीड़ित लोग शामिल थे। सुनील शर्मा ने कहा कि प्रद्युम्न सिंह तोमर ने 2014 में प्रद्युम्न सिंह तोमर ने इसी जगह कहा था कि एक इंच जगह भी टूटी तो आपका ये सेएक बुलडोजर के आगे लेट जायेगा, मेरी छाती पर बुलडोजर चलेगा। लेकिन अब पाखंड और नौटंकी कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि 100 साल पुराने मकान और दुकान आज अतिक्रमण कैसे हो गए, ऊर्जा मंत्री अब विकास के नाम पर इमोशनल बातें कर रहे हैं , कह रहे हैं मुझे जूते मारो, लाठी मारो लेकिन अब ये दोहरा चरित्र चलने नहीं दिया जायेगा , अब झूठ और फरेब की राजनीति नहीं चलने देंगे, पहले विस्थापन की व्यवस्था करो फिर तुड़ाई करो।
सुनील शर्मा ने कहा कि सड़कों के लिए ऊर्जा मंत्री चप्पल उतार देते हैं अरे सड़क किसे बनानी है , आपकी सरकार, आपका प्रशासन यदि आप खुद को अकर्मण्य मानते हो तो मंत्री पद से इस्तीफा दे दो। आप सिर्फ बोलते हो करते कुछ नहीं हो।