ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्य प्रदेश में कोयले की कमी पर सियासत गरमा रही है। कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने आज प्रदेश में “कोयला यात्रा” (Congress Coal Yatra) निकालने की चेतावनी दी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उसमें शामिल रहने की अपील भी की। अरुण यादव के बयान पर शिवराज सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) सामने आये और उन्होंने पलटवार किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं मप्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव (Former Union Minister Arun Yadav) ने आज शनिवार को एक बार फिर प्रदेश (MP News) में कोयले की कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा – मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूँ कि मप्र को उसके हिस्से का कोयला दो, नहीं तो हम जनता के हितों के लिए अपने हिस्से का कोयला लेकर रहेंगे।
जिस तरह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने यूपीए सरकार के दौरान “कोयला यात्रा” निकाली थी, उसी तरह अब भी “कोयला यात्रा” निकालें, अन्यथा कांग्रेस पार्टी “कोयला यात्रा” निकालकर अपने हिस्से का कोयला लेगी। मैं शिवराज जी से भी आग्रह करता हूँ कि वो भी इसमें साथ रहे । मप्र के पास कोयले के भंडार भरे हुए हैं, एक तरफ तो सरकार कहती है कि कोयले की कमी नहीं है दूसरी तरफ कोयला आयात करके बिजली महंगी करने का प्लान बना लिया है।
अरुण यादव के बयान पर पलटवार करते हुए मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर (Gwalior News) में कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए जनता को भ्रमित करने के लिए कोई मुद्दा निकाल लेती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली की कहीं कमी नहीं है, कटौती नहीं है। यदि कटौती हो रही है तो कांग्रेस बताये, हम एक्शन लेंगे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में यात्रा निकालने की बात कर रही है तो क्या वो क्या वो महाराष्ट्र और राजस्थान में “कोयला यात्रा” निकालेगी, जहाँ बिजली कटौती हो रही है।
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Atul Saxena
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पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....