ग्वालियर । सातवे वेतनमान सहित अपनी कई मांगों को लेकर आंदोलन कर चुके ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल काॅलेज के चिकित्सा शिक्षकों ने प्रदेश सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए आज सामूहिक इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे का पत्र चिकित्सकों ने संभाग आयुक्त और कॉलेज की डीन को सौंप दिया।
एक जनवरी 2016 से सातवे वेतनमान की मांग सहित समयबद्ध पदोन्नति, नेशनल पेंशन स्कीम सहित अन्य सुविधाओं की मांग कर रहे चिकित्सा शिक्षक लंबे समय से आंदोलन कर रहे है। पिछले महीने भोपाल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसियेशन के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी बैठक में मांगे माने जाने का आश्वासन दिया गया था । तब पदाधिकारियों। नेकहा था कि यदि 8 जनवरी तक मांगे नहीं मानी गई तो 9जनवरी को सामूहिक इस्तीफा दे देंगे। उसी वादे को पूरा करते हुए आज गजरा राजा मेडिकल काॅलेज के 300 चिकित्सा शिक्षकों ने मेडिकल टीचर्स एसोसियेशन अध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल के नेतृत्व में संभाग आयुक्त एम बी ओझा और काॅलेज की डीन डॉ सपना कोठारी को सामूहिक इस्तीफे सौंप दिए। डॉ अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में कहा था कि चिकित्सा शिक्षकों को बढ़ा हुआ वेतनमान देंगे लेकिन एक साल पूरा होने के बाद भी जब प्रदेश सरकार ने उनकी नहीं सुनी इसलिए उन्हें मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ा। गौरतलब है कि गजरा राजा मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा शिक्षक ही अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य अस्पताल समूह में अपनी सेवाएं देते हैं ऐसे में यदि ये सब इस्तीफा दे देते है हड़ताल पर चले जाते हैं तो स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा जाएंगी जिसका असर मरीजों पर पड़ेगा। अब देखना ये है की सरकार प्रदेश स्तर पर हो रहे सामूहिक इस्तीफे के बाद क्या फैसला लेती है।।