ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर कलेक्टर (Gwalior Collector) एवं जिला दंडाधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बुधवार को एक बड़ी कार्यवाही करते हुए एक ही गांव चकरायपुरा के 17 शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिये। आदेश में कलेक्टर ने कहा कि एसपी ने अपने प्रतिवेदन में इन शस्त्रधारकों की गतिविधियां संदिग्ध बताई थी इसलिए ये लोग कभी भी शस्त्र का दुरूपयोग कर सकते हैं इसलिए लाइसेंस निरस्त किये जा रहे हैं।
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दरअसल ये पूरा मामला गौ हत्या से जुड़ा हुआ है। आपको बता दें कि पिछले दिनों महाराजपुरा थाना क्षेत्र के चकरायपुरा गांव में गौ माता का शव मिला था। पुलिस ने सूचना मिलते ही गौ मांस बेचने वाले गिरफ्तार कर लिए लेकिन कसाई यानि गौ माता की हत्या करने वाले गिरफ्तार नहीं किये जा सके। मामला जब बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रखर हिंदूवादी नेता, मप्र सरकार के पूर्व मंत्री जय भान सिंह पवैया के पास तक पहुंचा तो वे भड़क गए।
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पवैया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, कलेक्टर ग्वालियर और एसपी ग्वालियर को टैग करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखी कि इन कसाइयों के पास शस्त्र लाइसेंस हैं, गौ माता की हत्या करते हैं, यदि इनके खिलाफ शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो इनके अड्डों पर मैं स्वयं कूच करूँगा।
पवैया की चेतावनी का असर दिखाई दिया और सीएसपी महाराजपुरा भदौरिया ने जांच कर एसपी अमित सांघी को 17 लाइसेंस धारकों की सूची दी। एसपी ने एक प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह को भेजा जिसमें इन 17 शस्त्र लाइसेंस धारकों की गतिविधियों को संदिग्ध बताया। कलेक्टर ने प्रतिवेदन के आधार पर सभी 17 लाइसेंस निरस्त करने का आदेश दिया।