Gwalior GRP News : ग्वालियर की जीआरपी थाना पुलिस ने ट्रेन में यात्रियों के सामान की चोरी करने वाली गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल की है, पुलिस ने इस गैंग के चार आरोपियों को भिंड से गिरफ्तार किया है पुलिस ने चोरी के जेवर खरीदने वाले सुनार को भी इसमें आरोपी बनाया है, आरोपी मुरैना के रहने वाले हैं, चोरों ने आठ चोरी करना स्वीकार किया है, पुलिस ने लाखों रुपये के जेवर बरामद किये हैं
शासकीय रेलवे पुलिस ग्वालियर ने ट्रेनों में चोरी करने वाली एक गैंग ने खुलासा किया है, ये गैंग जनरल कोच में चढ़ती है , कुछ लोग ऊपर बैठ जाते हैं और कुछ नीचे रहते हैं, ऊपर बैठे सदस्य यात्रियों के बैग से सामान चोरी कर लेते हैं, और अगले स्टेशन पर उतर जाते हैं। कभी कभी ये भीड़ का लाभ उठकर यात्रियों के बैग तक चोरी कर ले जाते हैं ।
यात्री का बैग खोलकर उसमें रखे सोने चांदी के जेवर उड़ाए
दरअसल एक फरियादी अनीता जाटव ने कुछ समय पहले ग्वालियर जीआरपी थाने में बैग चोरी की शिकायत की थी, उन्होंने बताया था कि वे परिवार के साथ इटावा ग्वालियर एक्सप्रेस ट्रेन से भिण्ड जा रहीं थीं। बिरला नगर स्टेशन आने के पूर्व उनके ट्रॉली बैग की चैन खोलकर किसी चोर ने सोने की चार अगूंठी, सोने के तीन जोड़ी टॉप्स, सोने की नाक की बाली, चांदी के चार कमरबंध, चांदी के चार जोड़ी पायल, चांदी के बड़े के चूड़े व एक लाख नकदी अज्ञात चोरो ने ट्रेन में पार कर दी थी।
भिंड ग्वालियर ट्रेन में चोरी करती है गैंग
चोरी की घटना के बाद रेल एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने एक टीम का गठन किया और जीआरपी थाना प्रभारी बबीता कठेरिया को चोर का पता लगाने के निर्देश दिए, थाना प्रभारी ने चोरों को पकड़ने के लिए टीम को लगाया तो पुलिस को सूचना मिली कि एक गैंग भिंड ग्वालियर ट्रेन में चलती है, पुलिस ने साक्ष्य जुटाए और चार आरोपियों को भिंड से गिरफ्तार कर लिया, पुलिस ने चोरों से सोने चांदी के जेवर खरीदने वाले सुनार को भी आरोपी बनाकर उसे भी पकड़ लिया
चोरों से करीब साढ़े सात लाख के जेवरात बरामद
टी आई बबीता कठेरिया ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपी मुरैना के रहने वाले हैं और ये भिंड ग्वालियर ट्रेन में चोरी करते हैं, पूछताछ में इन्होने 8 चोरियां करना स्वीकार किया है। इनके नाम नाम गिर्राज जाटव, संदीप जाटव, संतोषी जाटव, सिकंदर जाटव और मोहित वर्मा हैं। आरोपियों से 7 लाख 38 हजार 700 रुपए के जेवरात और कई मोबाइल बरामद हुए हैं।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट