Gwalior: शासकीय शिक्षक के घर लोकायुक्त का छापा, दस्तावेज खंगालने में जुटी टीम

Pooja Khodani
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना

भिंड के गोहद विकासखंड में पदस्थ एक शासकीय शिक्षक के घर पर मंगलवार को लोकायुक्त पुलिस ने छापा मारा। लोकायुक्त के मुताबिक शिकायत की जांच के दौरान शिक्षक के यहाँ आयसे 200 फीसदी अधिक संपत्ति सामने आई है जिसके दस्तावेज खंगालने लोकायुक्त की टीम ने शिक्षक के ग्वालियर में शिवनगर स्थित घर पर छापा मारा। उधर शिक्षक ने शिकायत को गलत और बेबुनियाद बताया है

लोकायुक्त टीम को लीड कर रहे इंस्पेक्टर राघवेंद्र ऋषिश्वर ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब 8 महीने पहले लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक को भिंड जिले के गोहद ब्लॉक में पदस्थ और थाटीपुर थाना क्षेत्र के कुम्हरपुरा में रहने शासकीय शिक्षक चंद्र प्रकाश पाठक के खिलाफ एक शिकायत की गई थी। शिकायत में कहा गया था कि पाठक ने भ्रष्टाचार करके अकूत संपत्ति इकट्ठा की है। जिसमें चल और अचल दोनों तरह की संपत्ति शामिल है।लोकायुक्त ने जब शिकायत की जांच की तो उसमें आय से 200 फीसदी ज्यादा संपति सामने आई। लोकायुक्त को उस समय आय आ करीब 45 लाख रुपए अधिक मिले थे। आय से अधिक संपत्ति के दस्तावेज खंगालने लोकायुक्त ने मंगलवार को छापा मारा।

उधर आरोपी शिक्षक चंद प्रकाश पाठक शिकायत को गलत और बेबुनियाद बता रहे हैं उनका आरोप है कि उनके गाँव में रहने वाला प्रदीप पाठक नामक व्यक्ति उनके पीछे पड़ा है उसने इनकी जमीन पर कब्जा कर रखा है जो इसने अपने ताऊजी की लड़कियों से खरीदी है। चंद्र प्रकाश ने आरोप लगाए कि प्रदीप और उसके मिलने वाले मुझे परेशान कर रहे हैं जमीन हड़पना चाहते हैं। उन्होंने मुझ पर जान लेवा हमला कराया जिसमें बे जमानत पर हैं। मेरे खिलाफ कई तरह की शिकायत करते हैं गंभीर आरोप लगाते हुए चंद्र प्रकाश ने कहा कि इन लोगों ने मुझे मारने के लिये डबरा के किसी बदमाश को तीन लाख की सुपारी भी दी है । मैं घर से निकल भी नहीं रहा। इनका एक रिश्तेदार व्यापम में आरोपी है उसमें भी मुझे फंसा दिया है। बहरहाल खबर लिखे जाने तक लोकायुक्त पुलिस की छापे की कार्र वाई जारी थी।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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