Gwalior News : वीर सावरकर को लेकर हिन्दू महासभा ने जलाया सिंधिया का पुतला

Atul Saxena
Published on -

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का उनके ही घर ग्वालियर (Gwalior) में विरोध हो गया, हिन्दू महासभा ने सिंधिया का सिर्फ विरोध ही नहीं किया बल्कि उनके महल के सामने उनके पिता की प्रतिमा के नीचे उनका पुतला जला दिया। हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) की नाराजगी ताले में कैद वीर सावरकर की प्रतिमा को लेकर है।

अखिल भारतीय हिन्दू महासभा पिछले लम्बे समय से मांग कर रही है कि कटोरा ताल रोड पर स्थित वीर सावरकर सरोवर का ताला खोला जाये और जिससे ताले में कैद वीर सावरकर (Veer Savarkar) की प्रतिमा मुक्त हो सके और शहर के लोग जाकर उसे देख सकें।

ये भी पढ़ें – कोरोना मरीज ने ऐसा क्या कहा कि सिंधिया को जोड़ने पड़े हाथ, देखें वीडियो

हिन्दू महासभा का आरोप है कि पिछले तीन साल से प्रतिमा ताले में कैद है, कहा जा रहा है कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी कंपनी सावरकर सरोवर का जीर्णोद्धार कर रही है। प्रतिमा को कैद से मुक्त कराने के लिए हिन्दू महासभा ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित अन्य मंत्रियों, जन प्रतिनिधियों को पत्र लिख चुकी है प्रतिमा के मुक्त होने तक विरोध का एलान कर चुकी है। हिन्दू महासभा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी खून से पत्र लिख चुकी है।

ये भी पढ़ें – BJP प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उज्जैन में की बड़ी घोषणा, कहा- उपलब्ध कराए जाएंगे डिजिटल संपदा कार्ड

विरोध के एलान के चलते आज जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर आये तो हिन्दू महासभा के नेता प्रदेश महामंत्री विनोद जोशी के नेतृत्व में महल गेट जयेन्द्रगंज पहुँच गए और वहां पूर्व केंद्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया के प्रतिमा के नीचे ज्योतिरादित्य सिंधिया का पुतला जला दिया। हिन्दू महासभा ने यहाँ भाजपा मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News