Gwalior News : मामूली विवाद में रिटायर्ड फौजी ने साथियों के साथ की फायरिंग, तीन घायल, आरोपी गिरफ्तार

डीएसपी ने बताया कि घटना के बाद तुरंत एक्टिव हुई महाराजपुरा थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी रिटायर्ड फौजी यशवीर भदौरिया को उसके एक साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है, घटना में शामिल दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं जिनकी तलाश जारी है, उन्होंने कहा कि घटना में शामिल रहे हथियार की भी जल्दी ही बरामदगी होगी।

Atul Saxena
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Gwalior News : ग्वालियर के महाराजपुरा थाना क्षेत्र में एक रिटायर्ड फौजी ने अपने साथियों के साथ मिल्क र्कुच लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया, फायरिंग में तीन घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, घटना के बाद एक्टिव हुई पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए मुख्य आरोपी रिटायर्ड फौजी और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है और फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।

एक दूसरे को पहले से जानते हैं दोनों परिवार  

डीएसपी अशोक सिंह जादौन ने जानकारी देते हुए बताया कि आज सुबह सुबह रिटायर्ड फौजी यशवीर भदौरिया ने एक परिवार पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी वो साथियों के साथ उस परिवार के घर के बाहर पहुंचा था, गोली से दो पुरुष और एक महिला घायल हो गए जिन्हें जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।

बिजली के तार को लेकर हुआ विवाद, रिटायर्ड फौजी ने की फायरिंग 

पुलिस ने बताया कि दोनों परिवार एक दूसरे को अच्छे से जानते हैं इनका साथ में उठाना बैठना रहा है , दोनों परिवार के पुरुष साथ में शराब भी पीते रहे हैं, इनके बीच बिजली के तार को लेकर झगड़ा हुआ था जिसे लेकर इन लोगों ने गोलियां चलाई हैं, पुलिस ने घटना में शामिल चार लोगों के खिलाफ धारा 307 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।

मुख्य आरोपी और उसका साथी गिरफ्तार, दो अन्य की तलाश जारी 

डीएसपी ने बताया कि घटना के बाद तुरंत एक्टिव हुई महाराजपुरा थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी रिटायर्ड फौजी यशवीर भदौरिया को उसके एक साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है, घटना में शामिल दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं जिनकी तलाश जारी है, उन्होंने कहा कि घटना में शामिल रहे हथियार की भी जल्दी ही बरामदगी होगी।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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