20 जनवरी, सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण की। वहीं, शपथ ग्रहण के बाद ग्लोबल मार्केट में उथल-पुथल मच गई। भारतीय शेयर बाजार की बात की जाए तो यह बुरी तरह टूटा हुआ दिखाई दिया। हालांकि, उम्मीद जताई जा रही थी कि चुनाव के बाद मार्केट हरे निशान में कारोबार कर सकता है, लेकिन इसके विपरीत बाजार ने पलटी मारी और भारतीय निवेशकों को बड़ा झटका दिया।
दरअसल, यह गिरावट डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों और संभावित व्यापारिक तनावों की आशंकाओं के कारण देखने को मिली। शपथ ग्रहण के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कई ऐलान किए, जिसके चलते ग्लोबल मार्केट गिरने लगे। वहीं, भारतीय शेयर बाजार में भी कारोबार लाल निशान में दिखाई दिया।
निवेशकों ने गवाए 8.30 लाख करोड़ रुपए
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को हुई बड़ी गिरावट में निवेशकों ने 8.30 लाख करोड़ रुपए गंवा दिए। मंगलवार को सेंसेक्स 1,235 अंक टूट गया और 75,000 के नीचे पहुंच गया। भारतीय शेयर बाजार में ट्रंप के शपथ लेने से ठीक पहले भी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही 1.5% से अधिक की गिरावट लेते हुए दिखाई दिए। निफ्टी ने भी 320 अंकों से ज्यादा की गिरावट का सामना किया। ट्रंप ने शपथ के बाद ऐलान किया कि अन्य देशों पर टैरिफ बढ़ाया जा सकता है, जिसके चलते सभी देशों पर चिंता का संकट मंडराने लगा।
विशेषज्ञों ने जताई चिंता
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान व्यापारिक नीतियां लागू की गई थीं। चीन के साथ अमेरिका का व्यापार युद्ध और टैरिफ बढ़ाने जैसे बड़े कदम डोनाल्ड ट्रंप की पिछली सत्ता में शामिल थे। ऐसे में विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर ऐसे ऐलान करते हैं, तो वैश्विक बाजार भी चिंता में आ सकते हैं। कई निवेशकों, खासकर बैंकिंग सेक्टर और बड़ी कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा। वित्तीय सुरक्षा को देखते हुए कई निवेशकों ने शेयर बेचने का निर्णय लिया, जिससे बाजार पर और दबाव आ गया। हालांकि, अब देखना होगा कि डोनाल्ड ट्रंप के लौटने से बाजार स्थिर होता है या नहीं।