Gwalior News : खुले बोरवेल की शिकायत के लिए बनाये दो कंट्रोल रूम, इन अफसरों को बनाया प्रभारी अधिकारी

कलेक्टर ने बताया कि जिले की समस्त जनपद पंचायतों, नगर पालिका एवं नगर परिषद के लिए गठित कंट्रोल रूम के प्रभारी अधिकारी की जिम्मेदारी जिला समन्वयक पीएचई श्री अंकुर जैन को सौंपी गई है, उनका मोबाइल फोन नम्बर 9907687590 है। इसी तरह नगर निगम ग्वालियर के लिए गठित कंट्रोल रूम के प्रभारी अधिकारी का दायित्व उपयंत्री जल प्रदाय उपेन्द्र पहाड़िया को सौंपा गया है। इनका मोबाइल फोन नम्बर 9425111282 है।

Atul Saxena
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Gwalior News : रीवा के मनिका गाँव में पिछले दिनों करीब 150 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिरे 6 साल के मयंक आदिवासी की मौत के बाद अब सरकार ने खुले बोरवेल को लेकर सख्ती दिखाई है, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि अब इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए, इसके लिए सभी सख्त कदम उठायें।

ग्वालियर में दो कंट्रोल रूम स्थापित 

ग्वालियर जिला प्रशासन ने सरकार के निर्देश के बाद ग्वालियर में दो कंट्रोल रूम बनाये हैं जिसमें कोई भी नागरिक खुले बोरवेल की जानकारी दे सकता है शिकायत कर सकता है,  कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती रुचिका चौहान ने कहा कि जिले का कोई भी नागरिक यहाँ शिकायत दर्ज करा सकता है।

प्रभारी अधिकारियों के मोबाइल नंबर जारी 

कलेक्टर ने बताया कि जिले की समस्त जनपद पंचायतों, नगर पालिका एवं नगर परिषद के लिए गठित कंट्रोल रूम के प्रभारी अधिकारी की जिम्मेदारी जिला समन्वयक पीएचई श्री अंकुर जैन को सौंपी गई है, उनका मोबाइल फोन नम्बर 9907687590 है। इसी तरह नगर निगम ग्वालियर के लिए गठित कंट्रोल रूम के प्रभारी अधिकारी का दायित्व उपयंत्री जल प्रदाय उपेन्द्र पहाड़िया को सौंपा गया है। इनका मोबाइल फोन नम्बर 9425111282 है।

इन दोनों कंट्रोल रूमों में दूरभाष व वॉट्सएप इत्यादि के माध्यम से आम जन से खुले नलकूपों व कुँओं के संबंध में प्राप्त सूचनाओं व शिकायतों की जानकारी कंट्रोल रूम प्रभारी प्रतिदिन संकलित कर कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड ग्वालियर को उपलब्ध करायेंगे। कार्यपालन यंत्री संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर इन समस्याओं व शिकायतों का निराकरण सुनिश्चित करेंगे।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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